Love Jihad Law : चुनाव परिणाम के बावजूद ​सीएम योगी का हिंदुत्व पर फोकस, छवि से समझौता नहीं, विपक्ष ने बताया सांप्रदायिक

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

Jul 31, 2024 00:36

यूपी में विधानसभा की 10 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर एक तरफ पार्टी रणनीति तय करने में जुटी है तो सीएम योगी ने लव जिहाद विधेयक के जरिए अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं।

Short Highlights
  • अखिलेश यादव बोले- सांप्रदायिकता का दीया बुझने जा रहा, अवधेश प्रसाद ने भी कसा तंज
  • सीएम योगी हिंदुत्व के मुद्दे पर बने रहेंगे आक्रामक, विपक्ष को उसी अंदाज में देंगे जवाब
Lucknow News : विधानसभा में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक-2024 पास होते ही यूपी में लव जिहाद को लेकर सियासत ने जोर पकड़ लिया है। सत्ता पक्ष ने इसके जरिए धर्म परिवर्तन पर लगाम कसने और विदेशी व राष्ट्र विरोधी ताकतों की संगठित साजिश को रोके जाने की बात कही है। वहीं ​विपक्ष ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। समाजवादी पार्टी ने इसे सांप्रदायिक राजनीति से जोड़ा है। उसके नेताओं ने कहा है कि सरकार असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के कदम उठा रही है। इस बीच इस विधेयक के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी मंशा एक बार फिर जाहिर कर दी कि वह हिंदुत्व के मुद्दे पर अडिग हैं और उनकी सरकार इस पर किसी तरह का समझौता नहीं करेगी।

कांवड़ यात्रा रूट नेमप्लेट के बाद योगी सरकार का हिंदुत्व को लेकर बड़ा कदम
यूपी में कांवड़ यात्रा के रूट में सभी दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने के योगी सरकार के फैसले की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी, जिसका विरोधी दलों ने स्वागत किया था। एनडीए के सहयोगी रालोद, जेडीयू आदि भी इस मुद्दे पर सरकार के फैसले से असंतुष्ट थे। ये मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि योगी सरकार ने  उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक- 2024 को सदन से पारित करा दिया। विपक्ष ने इसे प्रवर समिति को भेजने की सिफारिश की थी। लेकिन, सदन में बहुमत होने के कारण सत्ता पक्ष इसे पास कराने में सफल रहा। इसके बाद लव जिहाद और हिंदुत्व को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। 

विपक्ष के आरोपों के बावजूद हिंदुत्व के एजेंडा रहेगा जारी
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सबसे अधिक 37 सीटें जीतने में सफल हुई है। इस जीत में अल्पसंख्यक वर्ग के वोट उसे खुलकर मिलना भी अहम वजह रही है। सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की बात करने वाली भाजपा अल्पसंख्यकों का भरोसा जीतने में सफल नहीं हुई। वहीं समाजवादी पार्टी चुनाव अभी भी सड़क से लेकर संसद तक अयोध्या में भाजपा की हार का जिक्र कर रही है। पार्टी नेता दलील दे रहे हैं कि भगवान राम के नाम पर वोट मांगने वालों को राम और उनकी नगरी के लोगों ने ही नकार दिया। हालांकि अयोध्या व अन्य सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की हार की समीक्षा में  स्थानीय समीकरण, संविधान को लेकर दुष्प्रचार, अति आत्मविश्वास और नेताओं की कलह से लेकर कई वजह बताई गई हैं। लेकिन, विरोधी दल भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे के असफल होने का लगातार दावा कर रहे हैं। ऐसे में योगी सरकार ने एक बार फिर स्थिति स्पष्ट करके अपना संदेश देने का प्रयास किया है। 

सीएम योगी का हिंदुत्व की छवि से समझौता नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ किया है कि कानून व्यवस्था, विकास के साथ उनकी सरकार हिंदुत्व के एजेंडे से पीछे नहीं हटेगी। यूपी में विधानसभा की 10 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर एक तरफ पार्टी रणनीति तय करने में जुटी है तो सीएम योगी ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सरकार में नाराजगी से लेकर अन्य मुद्दों पर विपक्ष भले ही उनकी घेराबंदी करने में जुटा हो। लेकिन, सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे की सियासत को लेकर स्थिति एक बार फिर स्पष्ट कर दी है। वह अपनी हिंदुत्व की छवि से किसी प्रकार का समझौता करने के पक्षधर नहीं हैं।   

लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद भी लगातार हिंदुत्व को लेकर बयान दे रहे सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भाजपा ओबीसी मोर्चा में भी विपक्ष के लिए कहा कि जो काम कभी विदेशी आक्रांता करते थे, आज वही काम इस देश के अंदर छद्म सेकुलरिज्म के नाम पर आने वाले राजनीतिक कर रहे हैं। वह हिंदू समाज को आपस में लड़ाने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं। हाल ही में संपन्न हुआ लोकसभा चुनाव इसका उदाहरण है। इस बयान के जरिए उन्होंने अपने इरादे जाहिर किए। उन्होंने ओबीसी वर्ग के लिए बजरंगबली शब्द का इस्तेमाल किया। वहीं विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह जो 'रावण' आज गुमराह करके समाज को आपस में ही लड़ाने का काम कर रहा है, इस 'रावण' की लंका को दहन करने में बहुत देर नहीं लगेगी। यह लोग जाति के नाम पर आपको लड़ाने की कुत्सित मंशा से सदैव किसी न किसी षड्यंत्र में लिप्त रहेंगे। इनसे सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कांवड़ यात्रा का भी जिक्र किया। 

हिंदुत्व के मुद्दे को देते रहेंगे धार 
इससे पहले लोकसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में जिस तरह मुख्यमंत्री ने अपना भाषण दिया, उससे भी उन्होंने साफ संदेश दिया था कि परिणाम भले ही पार्टी के पक्ष में नहीं आए हों। लेकिन, हिंदुत्व के मुद्दे पर वह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इसलिए उन्होंने कहा कि समाजवादियों ने राम, कृष्ण और शिव की परंपरा को लहूलुहान किया। आपकी आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विपक्षी दल अयोध्या, मथुरा, काशी, कांवड़ यात्रा, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, होली, दीपावली, त्योहार, दंगे और माफिया राज की बात नहीं करेंगे। माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व यूपी में आगामी चुनाव को लेकर कोई भी रणनीति तैयार करे। लेकिन, हिंदुत्व के मुद्दे को धार दी जाती रहेगी। सीएम योगी इसे लेकर आगे भी बयान से लेकर कदम उठा सकते हैं। 

अखिलेश यादव बोले-बुझने से पहले फड़फड़ा रहा सांप्रदायिकता का दीया
उधर इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ये लव जिहाद जो कानून आ रहा है, उससे भाजपा से आप क्या उम्मीद करते हैं? ये नौकरी थोड़ी देंगे, इन्होंने महंगाई बढ़ाई, नौकरी नहीं दी, किसानों को बर्बाद कर दिया और अभी भी ये उसी रास्ते पर हैं, जिसकी वजह से वे हारे हैं। उन्होंने कहा कि ये इस तरह का कानून इसलिए ला रहे हैं क्योंकि इनका सांप्रदायिकता का दीया बुझने जा रहा है। बुझने से पहले वह फड़फड़ा रहा है, क्योंकि देश से सांप्रदायिक राजनीति खत्म होने जा रही है। नौकरी और रोजगार की राजनीति होगी। 

अवधेश प्रसाद बोले- ध्यान भटकाने की सियासत
वहीं अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि यूपी में किसानों और नौजवानों की समस्या है। किसानों की फसलें आवारा जानवर चौपट कर रहे हैं। हजारों किसानों की आवारा जानवरों के हमले में मौते हो चुकी हैं। उन्हें फसल की रखवाली के लिए खेतों में रात गुजारनी पड़ रही है। ​गांवों में ट्रांसफार्मर फूंकने से बिजली नहीं मिल रही है। ऐसे में सिंचाई के अभाव में किसानों की फसलें चौपट हो रही हैं। सरकार का इन मुद्दों पर ध्यान नहीं है। यूपी के विकास के लिए उनके पास कोई प्लान नहीं है। वह केवल ध्यान भटकाने के लिए लव जिहाद जैसे मुद्दों को उठा रही है।    

Also Read