मायावती ने अखिलेश यादव के विश्वास पर खड़े किए सवाल : गठबंधन टूटने पर सपा प्रमुख की सफाई पर दिया करारा जवाब

UPT | मायावती ने अखिलेश यादव के विश्ववास पर खड़े किए सवाल

Sep 13, 2024 13:50

लोकसभा चुनाव 2019 में हुए गठबंधन और फिर टूटने की वजह पर सपा और बसपा में जुबानी जंग जारी है। पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि चुनाव के बाद अखिलेश यादव ने फोन उठाना बंद कर दिया था।

Lucknow News : लोकसभा चुनाव 2019 में हुए गठबंधन और फिर टूटने की वजह पर सपा और बसपा में जुबानी जंग जारी है। पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि चुनाव के बाद अखिलेश यादव ने फोन उठाना बंद कर दिया था। इसकी वजह से उन्होंने पार्टी के सम्मान के लिए सपा से गठबंधन तोड़ा था। इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया में मायावती के खुलासे पर पलटवार किया था। अब एक बार फिर मायावती ने अखिलेश यादव को जवाब दिया है। इस बार मायावती ने अखिलेश यादव के विश्वास पर सवाल खड़े किए हैं।

इतने साल बाद सफाई देना कितना उचित 
मायावती ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि श्लोकसभा चुनाव-2019 में यूपी में बीएसपी के दस व एसपी के पांच सीटों पर जीत के बाद गठबंधन टूटने के बारे में मैंने सार्वजनिक तौर पर भी यही कहा कि सपा प्रमुख ने मेरे फोन का भी जवाब देना बंद कर दिया था। जिसको लेकर उनके द्वारा अब इतने साल बाद सफाई देना कितना उचित व विश्वसनीय? सोचने वाली बात।श्

बीएसपी सैद्धान्तिक कारणों से नहीं करती गठबंधन 
बसपा सुप्रीमो ने आगे लिखाकृश्बीएसपी सैद्धान्तिक कारणों से गठबंधन नहीं करती है और अगर बड़े उद्देश्यों को लेकर कभी गठबंधन करती है तो फिर उसके प्रति ईमानदार भी जरूर रहती है। सपा के साथ सन 1993 व 2019 में हुए गठबंधन को निभाने का भरपूर प्रयास किया गया, लेकिन श्बहुजन समाजश् का हित व आत्म-सम्मान सर्वाेपरि।श्

बसपा जातिवादी संकीर्ण राजनीति के विरुद्ध
मायावती ने मास्टर चाबी की बात को दोहराते हुए कहा, श्बीएसपी जातिवादी संकीर्ण राजनीति के विरुद्ध है। अतः चुनावी स्वार्थ के लिए आपाधापी में गठबंधन करने से अलग हटकर श्बहुजन समाजश् में आपसी भाईचारा बनाकर राजनीतिक शक्ति बनाने का मूवमेन्ट है। ताकि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का मिशन सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त कर आत्मनिर्भर हो सके।श्

सतीश चंद्र ने भी अखिलेश पर साधा निशाना
बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने भी एक्स पर पोस्ट कर अखिलेश यादव को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि मैं सभी को यह अवगत कराना चाहता हूं कि 2019 के लोकसभा आम चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन टूटने की वजह सपा मुखिया खुद हैं जो मायावती ने अपनी पार्टी द्वारा जारी की गई पुस्तक में लिखा हैं।

लोकसभा चुनाव के बाद दोनों पार्टियों की राहें हो गईं अलग
लोकसभा चुनाव 2019 में बसपा और सपा ने गठबंधन किया था। लेकिन इस चुनाव में भाजपा ने राज्य में बड़ी जीत दर्ज की थी। हालांकि चुनाव के बाद दोनों पार्टियों के रास्ते अलग हो गए थे। लेकिन अब गठबंधन टूटने की वजह पर जुबानी जंग शुरू हो गई है।

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