लखनऊ का कैथेड्रल चर्च न केवल शहर का बल्कि पूरे उत्तर भारत का एक ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर है। वर्ष 1860 में ब्रिटिश हुकूमत के समय आइरिश मूल के सैनिकों ने इस चर्च की नींव रखी थी। पहली प्रार्थना सभा में केवल 200 लोग शामिल हुए थे। इसके पहले पादरी के रूप में आइरिश मूल के ग्लिसन की नियुक्ति की गई।