याचिका में 12 मई 2024 को मोहनलालगंज में हुई एक चुनावी रैली का विशेष उल्लेख किया गया है। आरोप लगाया गया है कि इस रैली में आरके चौधरी ने खुले तौर पर जातीय और सामुदायिक आधार पर वोट मांगने की अपील की। यह लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन है।