यूपी में उपचुनाव खत्म होते ही वाहन मालिकों को झटका : पेट्रोल से महंगी हुई सीएनजी, टैक्सी किराए में बढ़ोतरी की संभावना

UPT | प्रतिकात्मक तस्वीर

Nov 21, 2024 17:49

विधानसभा उपचुनाव के मतदान के बाद, लोगों को एक बड़ा झटका लगा है। लखनऊ और आगरा सहित राज्य के कई हिस्सों में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की गई है...

Short Highlights
  • उपचुनाव के बाद बढ़ी मंहगाई
  • सीएनजी के दाम में वृद्धि से जनता परेशान
  • टैक्सी किराए में बढ़ोतरी की संभावना
     

Lucknow News : उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के मतदान के बाद, लोगों को एक बड़ा झटका लगा है। लखनऊ और आगरा सहित राज्य के कई हिस्सों में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की गई है। गुरुवार से सीएनजी की नई कीमत 96.75 रुपये प्रति किलोग्राम होगी , जिससे यह पेट्रोल और डीजल से भी महंगी हो गई है। इससे खासकर कॉमर्शियल वाहन चालकों पर असर पड़ेगा, क्योंकि लखनऊ में अधिकांश टैक्सी सीएनजी पर चलती हैं।

आम जनता पर मंहगाई का बोझ
सीएनजी की कीमतों में इस वृद्धि के बाद, यह संभावना जताई जा रही है कि टैक्सी संचालक किराए में वृद्धि की मांग करेंगे, जो सीधे तौर पर आम जनता पर असर डालेगा। लखनऊ में करीब 80,000 सीएनजी वाहन हैं और सीएनजी की कीमत में हुई बढ़ोतरी के बाद, यह आम जनमानस के लिए महंगाई का कारण बन सकता है। यह कदम त्योहारों के मौसम और उपचुनाव के मतदान के बाद लिया गया, जिससे लोग और ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

पेट्रोल से मंहगी हुई सीएनजी
ग्रीन गैस लिमिटेड के एजीएम मार्केटिंग, प्रवीण सिंह ने बताया कि लखनऊ और आगरा में सीएनजी की कीमतों में यह वृद्धि घरेलू गैस के कोटे में कमी के कारण हुई है। सरकार ने शहरी रिटेलर्स के लिए प्राकृतिक गैस की सप्लाई में 20 प्रतिशत की कटौती की है, जिसका सीधा असर सीएनजी की कीमतों पर पड़ा। इससे पहले लखनऊ और आगरा में सीएनजी की कीमत 94 रुपये प्रति किलो थी, जबकि अब यह 96.75 रुपये प्रति किलो हो गई हैऔर पेट्रोल की कीमत लगभग 95 रुपये के आसपास है।

जल्द बढ़ सकते हैं पीएनजी के दाम
इस बढ़ोतरी के कारण, पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) के उपभोक्ताओं को भी चिंता हो सकती है, क्योंकि सीएनजी की कीमत बढ़ने से पीएनजी की कीमतों में भी जल्द ही वृद्धि हो सकती है। राज्य में पहले ही महंगाई के कारण लोग परेशान हैं और अब सीएनजी की कीमत में बढ़ोतरी से उनका खर्चा और बढ़ सकता है। लोगों को यह डर सताने लगा है कि रसोई गैस (पीएनजी) की कीमतों में भी जल्द ही इजाफा हो सकता है।

जानबूझकर उपचुनाव के बाद बढ़ाया गया दाम
सीएनजी की बढ़ी हुई कीमतों से पहले ही लोग विरोध जता रहे हैं। उपचुनाव के मतदान के ठीक बाद सीएनजी के दामों में इस बढ़ोतरी के कारण विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने जानबूझकर उपचुनाव से पहले यह बढ़ोतरी नहीं की थी, ताकि वोटों पर असर न पड़े।

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