बीबीएयू : इनफ्लिबनेट की सेवाएं शिक्षा-शोध को सशक्त बनाने में मददगार, प्रो. मडाली बोली- स्टूडेंड इसका अधिकतम करें इस्तेमाल

UPT | बीबीएयू में इनफ्लिबनेट की सेवाओं पर व्याख्यान।

Nov 21, 2024 18:01

बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में बृहस्पतिवार को इनफ्लिबनेट (INFLIBNET) की सेवाओं पर व्याख्यान हुआ। इसमें इनफ्लिबनेट की निदेशक प्रो. देविका पी. मडाली ने इसे शिक्षा और शोध के लिए उपयोगी बताया।

Lucknow News : बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में बृहस्पतिवार को इनफ्लिबनेट (INFLIBNET) की सेवाओं पर व्याख्यान हुआ। इसमें इनफ्लिबनेट की निदेशक प्रो. देविका पी. मडाली ने इसे शिक्षा और शोध के लिए बेहद उपयोगी बताया। प्रो. मडाली ने इनफ्लिबनेट (सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क केन्द्र) की प्रमुख सेवाओं शोधगंगा, शोध चक्र, विद्वान, इंडियन एक्सेस मैनेजमेंट फेडरेशन (आईएनएफईडी), आईआरआईएनएस (भारतीय अनुसंधान सूचना नेटवर्क प्रणाली), SherNi और SOUL के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह सेवाएं शिक्षा और शोध को सशक्त बनाने में सहायक हैं। उन्होंने छात्रों को इन सेवाओं का अधिकतम इस्तेमाल करने का सुझाव भी दिया।

यूजीसी के तहत काम करता है इनफ्लिबनेट
इनफ्लिबनेट एक स्वायत्त अंतर-विश्वविद्यालय केंद्र है। जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के तहत कार्य करता है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में सूचना और संसाधनों को साझा करने के लिए एक नेटवर्क विकसित करना है। साथ ही विश्वविद्यालयों और कॉलेज को शैक्षणिक सामग्री, शोध-पत्र और ई-पुस्तकें उपलब्ध कराना। इन्फ्लिबनेट शोधकर्ताओं, प्रोफेसरों और छात्रों के लिए एक अमूल्य संसाधन है। जो उन्हें ऑनलाइन शिक्षण सामग्री और शोध-पत्रों की विस्तृत रेंज तक पहुंच प्रदान करता है।



रंगोली प्रतियोगिता में अंकिता ने मारी बाजी
अम्बेडकर विश्वविद्यालय में डॉ 'जनजातीय गौरव दिवस' के अंतर्गत रंगोली प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिता में डिपार्टमेंट ऑफ रूरल मैनेजमेंट की अंकिता मिरी ने बाजी मारी। जबकि इकोनोमिक्स डिपार्टमेंट के शशांक शेखर ने दूसरे और यूआईटी डिपार्टमेंट के प्रियांशु एवं डिपार्टमेंट ऑफ रूरल मैनेजमेंट की दिव्यानी गौतम ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 

जनजातीय जीवन पर विचारों किए व्यक्त
प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों ने रंगोली के माध्यम से जनजातीय जीवन पर अपने विचारों को व्यक्त किया। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रो. शशि कुमार व समन्वयक डा. राजश्री ने बताया की जनजातीय गौरव दिवस का उत्सव विश्वविद्यालय 15 नवंबर से 26 नवंबर तक मना रहा है। इसमें विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य लोगों को जनजातीय समुदाय के अधिकारों के प्रति जागरूक करना है।

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