डॉ. संजय निषाद ने कहा कि हमारी मांग है कि नजूल भूमि पर जो बड़े लोग रह रहे हैं, जिनके मकान हैं, जो वर्षों से वहां गुजर बसर कर रहे हैं, उनकी जमीन मकान छोड़ दिया जाए। उनसे इसके एवज में कुछ धनराशि ले ली जाए। जहां खाली जमीन है, उसका सरकारी इस्तेमाल कर लिया जाए। लेकिन, जो जहां पर है उसे किसी भी तरह बसाया जाए।