पार्सल रिसीव करने के लिए चारबाग में कोई व्यक्ति नहीं आया था। इससे साफ जाहिर है कि इसमें अन्य लोग भी शामिल थे। इसके बाद जीआरपी की टीमें पार्सल भेजने वाले की तलाश में जुट गई हैं। इसमें बड़े रैकेट के शामिल होने की संभावना है। इससे पहले भी लखनऊ में ऑक्सीटोसिन की करोड़ों की खेप पकड़ी जा चुकी है। तब भी गिरफ्तार आरोपियों का बिहार से कनेक्शन सामने आया था।