कुकरैल नदी की जमीन पर बने पंत नगर के लोगों की उड़ी नींद : फ्लड जोन को लेकर सिंचाई विभाग से मिलेगी समिति

UPT | लखनऊ।

Jun 27, 2024 00:51

समिति की ओर से कहा गया है कि कुकरैल नदी के तटबंध के 50 मीटर के दायरे में 354, 353, 358, 362, 363, 403 आदि निजी क्षेत्र के आवासीय बने हुए हैं। यहां के लोगों ने रजिस्ट्री के माध्यम से आवासीय भवनों का निर्माण कराया है।

Lucknow News : कुकरैल नदी की जमीन पर अवैध रूप से बने रहीम नगर, पंत नगर, खुर्रम नगर व अबरार नगर के लोगों की नींद उड़ गई है। कुकरैल क्षेत्र के 50 मीटर तक निर्मित मकानों के अवैध होने संबंधी कार्यालय ज्ञाप जारी होने पर यहां के लोगों में हडकंप मचा है। इस आदेश के बाद पंत नगर, अबरार नगर के लोग सिंचाई विभाग, एलडीए व नगर निगम में जानकारी के लिए पहुंच रहे हैं। पंत नगर फेस टू कल्याण समिति की ओर से सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता से वार्ता के लिए समय मांगा गया है। 

समिति की ओर से कहा गया है कि कुकरैल नदी के तटबंध के 50 मीटर के दायरे में 354, 353, 358, 362, 363, 403 आदि निजी क्षेत्र के आवासीय बने हुए हैं। यहां के लोगों ने रजिस्ट्री के माध्यम से आवासीय भवनों का निर्माण कराया है। पंजीकृत रजिस्ट्री में चौहद्दी के रूप में दक्षिण की और कुकरैल नाला दशार्या गया है जो 363 व 362 के अधीन है। जिसे परगना तहसील जिला लखनऊ द्वारा स्पष्ट भी किया गया है और नियम 93 की तरफ खसरा में मूल्यांकित भी किया गया है। समिति की ओर से कहा गया है कि दर्शाये गये नक्शे व प्रमाणित नक्शे के अनुसार सेना व सिंचाई विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर अपने भवनो का निर्माण कराया गया है। कार्यालय ज्ञाप के जरिये कुकरैल नाले के परिक्षेत्र से 50 मीटर की दूरी पर मकान अवैध घोषित किये जाने और उन्हें तोड़े जाने की कार्रवाई पर आपत्ति की है। यहां के लोगों का कहना है कि कुकरैल नाले से 363 व 362 नंबर के परिक्षेत्र में कोई भी अवैध निर्माण नहीं है।

सिंचाई विभाग से अनुरोध किया है कि नाले के किनारे सटे हुए खसरा सं.-363, 362, 253, 354, 355, 356, 357, 358, 359, 360, 42, 41 और अन्य भूभाग जो उप्र. सहकारी समिति अधिनियम 1965 के गठित राजधानी सहकारी आवास समिति की ओर से आवंटित किया गया है उसमें अधिकांश लोने ने पंजीयन के पश्चात दाखिल खारिज भी करा लिया है। अब निर्माणों को तोड़े जाने की खबरों को लेकर यहां के लोग डरे हुए हैं। स्थिति स्पष्ट करने को लेकर समिति के पदाधिकारियों ने अधिकारियों से मिलने का समय मांगा है। 

अकबरनगर का मलबा कल से उठेगा
अकबरनगर प्रथम और द्वितीय का मलबा शुक्रवार से उठाया जाएगा। इसके बाद विकास कार्य शुरू हो सकेंगे। एलडीए के अनुसार शुक्रवार से मलबा उठाने का कार्य शुरू होगा। अकबरनगर के 1270 आवास और कॉमर्शियल भवनों को लखनऊ विकास प्राधिकरण ने जमींदोज कर दिया है। ध्वस्तीकरण कार्य 18 जून को पूरा हो गया था। एलडीए ने मलबा उठाने के लिए 40 लाख में ठेका दिया है। मलबा पूरी तरह साफ होने के बाद रिवर फ्रंट का काम शुरू होगा। गोमती की सहायक कुकरैल नदी की मूल धारा और स्वरूप वापस लाया जाएगा। एलडीए के अधिकारियों ने बताया कि मलबा बेचने के लिए एलडीए ने टेंडर कराया। मलबा बेचने के लिए जगह-जगह बैनर पोस्टर भी लगाए गए हैं।

रहीम नगर में 48 घंटे रहा पानी का संकट
जोन तीन के महानगर वार्ड स्थित रहीम नगर, पंत नगर की करीब 25 हजार की आबादी 48 घंटे पानी के लिए तरस गई। मंगलवार को सुबह पंचवटी ट्यूबवेल का पंप फेल होने से लोगों को पानी नहीं मिल सका। बुधवार को बोरिंग से मोटर बाहर निकालने के लिए देर शाम तक कर्मचारियों ने मशक्कत की। अवर अभियंता शिवांगी ने बताया कि दिन भर की मेहनत के बाद रात आठ बजे मोटर को बाहर निकाला जा सका। इसके बाद लोरिंग का काम शुरू कराया गया। क्षेत्रीय पार्षद हरीश्चंद्र लोधी ने बताया कि सुबह चार बजे तक पानी मिलने की उम्मीद है।

रहीम नगर निवासी राजेश कुमार, शरद मिश्रा ने बताया कि मंगलवार को पंप जलने के बाद मरम्मत के दौरान मोटर बोरिंग के अंदर ही छूट गई थी। पंचवटी ट्यूबवेल से रहीम नगर नई बस्ती, पुरानी बस्ती व पंचवटी को पानी की सप्लाई होती है। इससे करीब 25 हजार लोगों को पानी मिलता है। अजीत, राजू ने बताया कि भीषण गर्मी में 36 घंटे पानी नहीं मिल सका। हालांकि जलकल विभाग की ओर से इलाके में 14 टैंकर लगाए गए थे जिससे पानी की आपूर्ति की गई। टैंकर चालक ज्ञानेंद्र ने बताया कि दो दिन से टैंकर पहुंचाने का काम लगातार किया जा रहा है। 

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