सावन के दूसरे सोमवार पर शिवालयों में उमड़ी भीड़, लखनऊ के पौराणिक महत्व वाले शिव मंदिरों में करें दर्शन

UPT | सावन के दूसरे सोमवार पर शिवालयों में उमड़ी भीड़

Jul 29, 2024 14:07

सावन का दूसरा सोमवार भी सभी के लिए शुभ होने वाला है, क्योंकि इस दिन कई शुभ योग बन रह हैं। लखनऊ में प्रमुख शिवालयों में देर रात से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगना शुरू हो जाती हैं। भोलेनाथ के जयकारों के साथ लोग महादेव का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर अपनी मनोकामना करते हैं।

Lucknow News : सावन के दूसरे सोमवार पर भोर से प्रमुख शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है। लोग भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर यातायात डावर्जन किया गया है। मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ करने से सुख-समृद्धि बनी रहती है। देवों के देव महादेव के प्रिय माह सावन की शुरुआत विगत 22 जुलाई से हो चुकी है। आज सावन का दूसरा सोमवार है। भक्त सावन के दिनों व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं, स्वास्थ्य, धन और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगते है। ये माह शिव भक्तों के लिए बेहद खास होता है। इस दौरान भारत में कांवड़ यात्रा भी निकाली जाती है, जिसका समापन सावन शिवरात्रि पर होता है। 

राजधानी के इन शिव मंदिरों का विशेष महत्व 
हिंदू धर्म में सावन महीने को प्रेम, हरियाली और बरसात का प्रतीक माना गया है। इस माह के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखने का भी विधान है। ये उपवास सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इसे रखने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती हैं। ऐसे में सावन का दूसरा सोमवार भी सभी के लिए शुभ होने वाला है, क्योंकि इस दिन कई शुभ योग बन रहा हैं। लखनऊ में प्रमुख शिवालयों में देर रात से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगना शुरू हो जाती हैं। भोलेनाथ के जयकारों के साथ लोग महादेव का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर अपनी मनोकामना करते हैं। लखनऊ में बुद्धेश्वर मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, सिद्धनाथ मंदिर, कोनेश्वर मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है।

राजधानी के प्रसिद्ध शिव मंदिर में करें दर्शन 

गोमतेश्वर महादेव मंदिर
लखनऊ के डालीगंज में स्थित महागोमतेश्वर महादेव मंदिर शिव भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है यहां बड़ी संख्या में भक्त पूजा अर्चना के लिए आते हैं और मान्यता है कि यहां बाबा के दर्शन से भक्तों का उद्धार होता है यह शहर का एकमात्र मंदिर है जहां शिवजी की 24 फीट की शिवलिंग विराजमान है जो शिव भक्तों के लिए एक विशेष पूजा स्थल है जहां बाबा के विशाल शिवलिंग के दर्शन से मन तृप्त हो जाता है। 

चौपटिया रानी कटरा का शिव मंदिर 
राजधानी में धरोहर के रूप में एक ऐसा शिव मंदिर शामिल है जो अपने आप में सौंदर्य और आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है यह मंदिर चौपटिया के रानी कटरा में स्थित है और इसे दर्शनी शिवलिंग के रूप में जाना जाता है यहां बाबा का शिवलिंग इतना प्राचीन है की शिवलिंग के ऊपर 108 शिवलिंग विराजमान है मानता है कि जो भी व्यक्ति शिवलिंग पर जल डालता है उसे 108 शिवलिंग पर जल डालने का लाभ मिलता है। 

गोमेश्वर महादेव मंदिर
गोमेश्वर महादेव मंदिर गोमती नदी के बीच में स्थित है गोपेश्वर महादेव की लीला इतनी अद्भुत है कि वह 12 महीने गोमती नदी के बीच में विराजमान रहते हैं और भक्तों को उनके दर्शन के लिए नाव से आना पड़ता है यह मंदिर डालीगंज के करीब स्थित है। 

सिद्धनाथ मंदिर और कोणेश्वर महादेव मंदिर
लखनऊ के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक सिद्धनाथ मंदिर जहां बाबा स्वयंभू शिवलिंग के रूप में विराजमान है और यहां की मान्यता हैं की भगवान लक्ष्मण शेषनाग के अवतार में पूजा करने आते थे यह मंदिर शिव भक्तों के लिए एक विशेष पूजा स्थल है और यह सुबह 6 बजे से 12 बजे तक और शाम 4 बजे से 10 बजे तक खुला रहता है यह मंदिर नादान महल रोड पर स्थित है। कोणेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा है कहा जाता है कि भगवान लक्ष्मण ने इसी स्थान पर अभिषेक और पूजन किया था यहां बाबा शिवलिंग के रूप में मंदिर के कोने में स्थित है यह मंदिर चौक में स्थित है। 

बुद्धेश्वर महादेव मंदिर
मोहन रोड स्थित बुद्धेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ के प्रमुख मंदिरों में से एक है इस मंदिर में भगवान लक्ष्मण ने पूजा अर्चना की थी और बुधवार के दिन महादेव ने उन्हें दर्शन दिए थे इसलिए इस मंदिर में सोमवार की बजाय बुधवार के दिन पूजा अर्चना करने का ज्यादा महत्व है इस मंदिर की एक खास बात या है कि यहां बाबा का प्रतिदिन नए स्वरूप में श्रृंगार किया जाता है। 

मनकामेश्वर मंदिर 
मनकामेश्वर मंदिर गोमती नदी के तट पर स्थित है और यह लगभग 1000 वर्ष पुराना है यह लखनऊ के प्रमुख मंदिरों में से एक है और पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान लक्ष्मण ने इसी स्थान पर भगवान शिव की प्रार्थना की थी यहां पर मनोकामना पूरी होने की मान्यता है इसलिए इसका नाम मनकामेश्वर पड़ा है यह मंदिर लखनऊ के डालीगंज में स्थित है। मनकामेश्वर मंदिर के ऐतिहासिक स्वरूप की बात करें तो इसका निर्माण राजा हर नव धनु ने अपने शत्रु पर विजय प्राप्त करने के बाद करवाया था, जिसकी चोटी 23 स्वर्ण कलश से सुसज्जित थी। 12वीं शताब्दी के यमनी आक्रमणकारियों ने इस मंदिर का सारा स्वर्ण लूट कर इस मंदिर को नष्ट कर दिया था। इसके बाद जूना अखाड़ा के नागा साधुओं ने इसे हासिल किया और वैभव लौटाने का प्रयास किया। वर्तमान मंदिर का निर्माण कार्य सेठ पूरन चंद्र ने कराया।
 

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