डलमऊ प्रशासन ने मकान पर चलाया बुलडोजर : गंगा एक्सप्रेस-वे निर्माण को लेकर पीड़ित ने लगाया मनमानी का आरोप

UPT | जिला प्रशासन द्वारा ध्वस्तीकरण कार्य जारी

Jul 04, 2024 14:08

उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। डलमऊ तहसील के ऐहार ग्राम सभा में स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ितों का कहना है कि प्रशासन एक्सप्रेसवे के निर्माण की आड़ में मनमानी कर रहा है और उनके अधिकारों की अवहेलना कर रहा है।

Raebareli News : पीड़ित जिला प्रशासन पर गंगा एक्सप्रेस-वे के ध्वस्तीकरण की आड़ में मनमानी करने का आरोप लगा रहे हैं। ध्वस्तीकरण के शिकार एक पीड़ित ने डलमऊ नायब तहसीलदार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जब व्यक्ति ने कार्रवाई का वीडियो बनाने की कोशिश की तो उसका मोबाइल छीन लिया गया। मकान की सेल डीड (बैनामा) न होने की वजह से उसे कम मुआवजा मिल रहा है। पीड़ित ने प्रशासन पर समय न देकर पहले की कार्रवाई करने की बात कही। 

मकान का वीडियो बनाने नहीं दिया
डलमऊ तहसील के ऐहार ग्राम सभा में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण को आगे बढ़ाने के लिए मकान तोड़े जा रहे हैं। रंजीत कुमार पुत्र स्वर्गीय राम बहादुर फौजी ने बताया कि गुरुवार सुबह उनके मकान पर बुलडोजर चलाया जा रहा था। तभी वह अपने गिरते मकान का वीडियो बनाने लगे। इससे नाराज होकर तहसीलदार ने उनका मोबाइल फोन छिनवा लिया।

कम मुआवजा दिया जा रहा
रंजीत ने बताया कि उन्हें कम मुआवजा दिया जा रहा था जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया। उनके मकान की सेल डीड अभी तक नहीं हुई है। गुरुवार को डलमऊ प्रशासन ने अचानक बुलडोजर से मेरा मकान गिराना शुरू कर दिया। तभी मैंने वीडियो बनाना शुरू किया और अचानक नायब तहसीलदार ने मेरा फोन जब्त कर लिया। फोन के साथ-साथ सभी जरूरी सामान भी छीन लिया गया।

सामान निकालने का समय नहीं दिया
रंजीत कुमार ने बताया कि मेरे घर का सारा सामान अभी भी घर में रखा हुआ था और मुझे सामान निकालने का समय नहीं दिया गया और सारा सामान मलबे में दब गया। पीड़ित अपनी बूढ़ी मां और परिवार के साथ घर में रह रहा था।

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