अलविदा-2024 : घुसपैठियों से जुड़े फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के तार, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले ने खूब बटोरी थीं सुर्खियां

UPT | घुसपैठियों से जुड़े फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के तार, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले ने खूब बटोरी थीं सुर्खियां

Dec 30, 2024 19:40

साल 2024 के अगस्त माह में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के मामले सामने आये। सलोन थाना क्षेत्र में आए इस मामले में एटीएस ने जांच की तो फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के तार बांग्लादेश के घुसपैठियों तक जुड़ गए। जन...

Raebareli News : साल 2024 के अगस्त माह में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के मामले सामने आए थे। सलोन थाना क्षेत्र में आए इस मामले में एटीएस ने जांच की तो फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के तार बांग्लादेश के घुसपैठियों तक जुड़ गए। जन सुविधा केंद्र चलाने वाले मोहम्मद जीशान ने घर में किराये पर रह रहे ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव के साथ मिलकर यह खेल खेला था।

क्या था पूरा मामला
एटीएस ने मामले की जांच को तो पाया कि 19 हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बना दिए गए, जिनमें से कुछ अलग जिलों के साथ साथ राज्यों में अवैध रूप से रह रहे लोग भी शामिल थे। इस मामले में जीशान, जीशान के पिता रियाज खान, भाई सोहेल व ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव के खिलाफ के दर्ज हुआ। इन चार लोगों की गिरफ्तारी हुई और जेल भेजा गया। उसके बाद रायबरेली पुलिस व एटीएस की फील्ड यूनिट और ऑप्स टीमों ने एक बार फिर पूर्वांचल के जिलों में छापेमारी की। यूपी एटीएस लगातार इस मामले में ताबड़तोड़ छापेमारी की।

कई जिलों में फैला है जाल
जानकारी के मुताबिक, यूपी एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) की टीम ने प्रयागराज, अंबेडकर नगर, मुरादाबाद, बहराइच, बलिया, शाहजहांपुर के रहने वाले सात लोगों को पकड़ा। रायबरेली पुलिस आरोपियों को कड़ी सुरक्षा में लेकर लखनऊ पहुंची थी। सलोन फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र मामले में अभी तक कुल 17 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार अग्रवाल ने बताया कि थाना सलोन क्षेत्र में एडीओ पंचायत की शिकायत पर चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था। इसी क्रम में बाद में 7 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई। यह गिरफ्तारी एटीएस व थाना सलोन पुलिस द्वारा की गई। जिन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें सतीश कुमार निवासी महाराजगंज, नीरज निवासी प्रयागराज, नीरज निवासी शाहजहांपुर, आरिफ अली निवासी मुरादाबाद, शाहनवाज निवासी बलिया और कुलदीप सिंह निवासी बहराइच शामिल हैं। 

अब तक बने 52,594 फर्जी प्रमाण पत्र
दिसंबर महीने तक फर्जी प्रमाण पत्र मामले में 11 गांव में कुल 52,594 प्रमाण पत्र फर्जी मिले। पड़ताल में पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल के साथ बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, तमिलनाडु, केरल और पंजाब तक के लोगों का प्रमाण पत्र बनाए गए।। बांग्लादेशी युवक सलोन में बने जन्म प्रमाण पत्र साथ पकड़ा जा चुका है। अभी यूपी एटीएस और एनआईए इस मामले में जांच कर रही है। 

जुलाई 2024 में खुला था मामला
सबसे पहले 18 जुलाई 2024 को सलोन थाना क्षेत्र में जन्म प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। यूपी आतंकवाद निरोधक दस्ता यानि एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी और लखनऊ रेंज के आईजी अमरेंद्र सेंगर ने सलोन पहुंचकर इस मामले की जांच की थी।

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