UP News : मनरेगा के तहत दिव्यांग रोजगार में रिकॉर्ड प्रगति, 2024-25 में 23 हजार से अधिक को मिला काम

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

Jan 02, 2025 15:48

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के सबसे कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने और उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर कार्यरत है। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे मनरेगा योजना के तहत, प्रदेश में गरीबों, मजदूरों, महिलाओं और दिव्यांगजनों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के सबसे कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने और उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर कार्यरत है। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे मनरेगा योजना के तहत, प्रदेश में गरीबों, मजदूरों, महिलाओं और दिव्यांगजनों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इस पहल से एक आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव रखी जा रही है।

दिव्यांगजन भी होंगे आत्मनिर्भर
सीएम योगी ने कहा कि वास्तविक विकास तभी संभव है जब समाज के कमजोर वर्गों की जरूरतें पूरी हों  जाएं और उन्हें उनका अधिकार मिले। इसी सोच के साथ मनरेगा योजना को इस प्रकार लागू किया गया है कि दिव्यांगजन भी इस योजना के तहत आत्मनिर्भर बन सकें। सरकार की यह पहल प्रदेश के समग्र विकास के लिए अहम साबित हो रही है और समाज के हर वर्ग को समान अवसर मिल रहे हैं।



रोजगार से जोड़ने की विशेष योजना
प्रदेश सरकार ने मनरेगा योजना के तहत दिव्यांगजनों को उनकी योग्यता और क्षमता के अनुसार रोजगार देने की व्यवस्था की है। इस वर्ष 2017-18 से अब तक 1.24 लाख से अधिक दिव्यांगजनों को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है, जिससे 44.64 लाख मानव दिवस सृजित हुए हैं। सरकार की पहल से दिव्यांगजन आजीविका प्राप्त कर समाज में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

8.28 लाख मानव दिवस सृजित किए
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में दिव्यांगजनों को रोजगार उपलब्ध कराने में अभूतपूर्व प्रगति देखी गई है। इस वर्ष 50,201 पंजीकृत दिव्यांग जॉब कार्ड धारकों में से 23,262 को रोजगार प्रदान किया गया है, और अब तक 8.28 लाख मानव दिवस सृजित किए गए हैं। पिछले वर्षों के आंकड़ों में भी इस योजना के माध्यम से दिव्यांगजनों को रोजगार प्रदान किया गया था, और इस वर्ष यह आंकड़ा लगातार बढ़ा है।

डिजिटल तकनीक से रोजगार सृजन
सरकार ने मनरेगा योजना को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल किया है। पंजीकरण, जॉब कार्ड वितरण और कार्य आवंटन की प्रक्रिया अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जिससे लाभार्थियों को शीघ्र और पारदर्शी तरीके से रोजगार मिल रहा है। दिव्यांगजनों को उनकी शारीरिक क्षमता के अनुसार कार्य सौंपे जा रहे हैं, जिससे उन्हें आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ जीवन जीने का अवसर मिल रहा है। प्रदेश सरकार की यह पहल समाज के हर वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सीएम के नेतृत्व में मनरेगा योजना अब दिव्यांगजनों सहित सभी जरूरतमंदों के लिए रोजगार सृजन का एक प्रभावी साधन बन गई है।

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