सीतापुर में शिक्षक की शर्मनाक करतूत : 'बेडरूम में चलो नहीं तो...', छठी कक्षा की छात्रा को बनाया बंधक, की अश्लील हरकत

UPT | सीतापुर में शिक्षक की शर्मनाक करतूत

Sep 25, 2024 19:14

सीतापुर में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने शिक्षा जगत को शर्मसार कर दिया है। एक शिक्षक ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एक 11 वर्षीय छात्रा के साथ अमानवीय व्यवहार किया।

Sitapur News : उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने शिक्षा जगत को शर्मसार कर दिया है। एक शिक्षक ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एक 11 वर्षीय छात्रा के साथ अमानवीय व्यवहार किया। यह घटना महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र की है, जहाँ आशुतोष बृज मोहन लाल मेमोरियल इंटर कॉलेज श्यामदासपुर के एक शिक्षक ने अपनी ही छात्रा को बंधक बनाकर उसके साथ अश्लील हरकतें करने का प्रयास किया।

यह है पूरा मामला
मंगलवार की सुबह, जब छात्रा अपने नियमित दिनचर्या के अनुसार स्कूल जा रही थी, तभी उसके शिक्षक संजय गुप्ता ने उसे रास्ते में रोक लिया। शिक्षक ने छात्रा को डराया-धमकाया कि अगर वह उसकी बात नहीं मानेगी तो उसे कक्षा में पीटा जाएगा और स्कूल में फेल कर दिया जाएगा। इस डर के कारण छात्रा चुपचाप शिक्षक के साथ उसके गाँव बन्नी स्थित आवास पर चली गई। घर पहुंचते ही शिक्षक ने मुख्य द्वार पर बाहर से ताला लगा दिया और छात्रा को अपने बेडरूम में ले गया। वहाँ उसने छात्रा के साथ अश्लील व्यवहार करने का प्रयास किया। जब छात्रा ने इसका विरोध किया, तो शिक्षक ने उसे मारा-पीटा और कमरे में बंद करके बाहर से ताला लगा दिया।

परिवार की चिंता और खोज
उधर, छात्रा के परिजनों को जब उसके स्कूल न पहुंचने की सूचना मिली, तो उन्होंने तुरंत खोजबीन शुरू कर दी। ग्रामीणों की सूचना पर परिजन शिक्षक के घर पहुंचे। वहाँ पहुंचकर उन्होंने गेट का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया। जब उन्होंने अपनी बेटी को बदहवास हालत में देखा, तो उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने शिक्षक को जमकर पीटा।



पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। सीओ दिनेश शुक्ला ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि संजय गुप्ता ने कक्षा 6 की छात्रा को बंधक बनाया था और उसके साथ छेड़छाड़ की थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। शिक्षक की हालत गंभीर होने के कारण उसे पहले सीएचसी महमूदाबाद लाया गया, फिर बेहतर इलाज के लिए सीतापुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। शिक्षा विभाग से भी यह अपेक्षा की जा रही है कि वे शिक्षकों की नियुक्ति और उनके आचरण पर नजर रखने के लिए अधिक सख्त नियम बनाएं। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। यह केवल कानून और व्यवस्था का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक बदलाव की मांग करता है, जहां हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे और दूसरों के अधिकारों का सम्मान करे।

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