Lucknow News : राम मंदिर निर्माण के बधाई संदेश का सपा के 14 विधायकों ने किया विरोध 

UPT | विस में मंदिर निर्माण की दी गई बधाई संदेश

Feb 06, 2024 22:39

इस प्रस्ताव में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के भी कई विधायकों ने अपना समर्थन दिया। उत्तरप्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के भी ज्यादातर विधायकों ने इस मुद्दे पर भाजपा का साथ दिया...

Short Highlights
  • सपा के ज्यादातर विधायकों ने इस मुद्दे पर भाजपा का दिया साथ 
     
Lucknow News : संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा सोमवार को विधानसभा में राम मंदिर निर्माण के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी को बधाई संदेश के लिए प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के भी कई विधायकों ने अपना समर्थन दिया। उत्तरप्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के भी ज्यादातर विधायकों ने इस मुद्दे पर भाजपा का साथ दिया। हालांकि सपा के ही 14 विधायकों ने इसका विरोध किया। बधाई संदेश के प्रस्ताव पर सपा में दो फाड़ नजर आए। उत्तरप्रदेश टाइम्स ने इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी का रुख साफ जानने का प्रयास किया। 

सपा करती है सबकी आस्था का सम्मान 
पार्टी के प्रवक्ता फकरुल हसन चांद ने कहा की हमारी पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी है। कुछ मुद्दों पर सदस्यों को अपने मत के अनुसार फैसला लेने के लिए स्वतंत्र रखा जाता है। लोकतंत्र के मंदिर में अगर हम जाते हैं तो धार्मिक मुद्दों पर बहस करने नहीं जाते हैं। जनता के मुद्दों पर बात करते हैं जिससे भारतीय जनता पार्टी बचती है और मंदिर मस्जिद में ही उलझाए रहना चाहती है। सपा सबकी आस्था का सम्मान करती है। अगर राकेश प्रताप सिंह चाहते हैं कि वो और अन्य सदस्य अयोध्या जाए तो वह उनकी आस्था है। बधाई संदेश प्रस्ताव पर जिसका जो पक्ष था उसने अपने विवेक के हिसाब से निर्णय लिया है।

पूरे सदन की सहमति से बधाई प्रस्ताव पारित
गौरतलब है कि संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के बधाई प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन में वोटिंग कराई थी। इसमें भाजपा, अपना दल एस, सुभासपा और निषाद पार्टी के विधायकों ने बधाई प्रस्ताव का समर्थन किया था। बहुजन समाज पार्टी के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया। वहीं इस प्रस्ताव के विरोध में हाथ खड़ा करने वालों में सपा के विधायक लालजी वर्मा, स्वामी ओमवेश, मनोज पारस सहित 14 विधायक रहे। जिस पर सतीश महाना ने कहा कि इन 14 सदस्यों को छोड़कर शेष पूरे सदन की सहमति से बधाई प्रस्ताव पारित किया जाता है।

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