रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल : सपा सांसद ने कहा- 'मतदाताओं को रोका गया, सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग'

UPT | रामगोपाल यादव

Nov 25, 2024 10:58

सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने यूपी विधानसभा उपचुनाव में कथित धांधली के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने

Lucknow News : सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने यूपी विधानसभा उपचुनाव में कथित धांधली के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने का संकेत दिया है। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग और मतदाताओं को मतदान से रोकने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल खड़े किए। यादव ने मांग की है कि संसद में इस विषय पर विस्तृत चर्चा की जाए।

चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल
रामगोपाल यादव ने कहा कि यूपी विधानसभा उपचुनाव के दौरान कई स्थानों पर सत्तारूढ़ दल ने सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक पहुंचने से रोका। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान स्थानीय प्रशासन ने विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाया और कई जगहों पर हिंसा का भी सहारा लिया गया। उन्होंने कहा, "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि चुनाव आयोग, जो देश में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने का जिम्मा उठाता है, अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में विफल रहा। जनता के अधिकारों का हनन हुआ और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर किया गया।"


संसद में मुद्दा उठाने की तैयारी
रामगोपाल यादव ने स्पष्ट किया कि सपा इस मुद्दे को संसद के शीतकालीन सत्र में प्राथमिकता से उठाएगी। उन्होंने कहा कि यह न केवल यूपी बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक ढांचे के लिए चिंता का विषय है। यादव ने कहा, "चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाना जरूरी है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसा न हो।"

सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप
सपा नेता ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल ने उपचुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए सरकारी मशीनरी का अभूतपूर्व दुरुपयोग किया। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन ने निष्पक्षता को ताक पर रखते हुए सत्ताधारी दल के एजेंडे को आगे बढ़ाया।

संसदीय सत्र का मुख्य एजेंडा बन सकता है मुद्दा
विश्लेषकों का मानना है कि सपा द्वारा उठाया गया यह मुद्दा संसद में विपक्षी दलों के लिए एकजुट होकर सरकार को घेरने का अवसर प्रदान कर सकता है। अन्य विपक्षी दल भी चुनाव प्रक्रिया में सुधार और निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता सुनिश्चित करने की मांग को लेकर समर्थन दे सकते हैं। संसद का शीतकालीन सत्र 27 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस सत्र में रामगोपाल यादव के नेतृत्व में सपा इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाने की तैयारी में है।

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