महायोगी गुरु गोरखनाथ के नाम पर बनने वाला यह विश्वविद्यालय आयुष पद्धति से जुड़े सभी चिकित्सा पाठ्यक्रमों के साथ आधुनिक जरूरतों को पूरा करने वाले विशेष कोर्स भी संचालित करेगा। सरकार के निर्देश पर आयुष विभाग अन्य राज्यों में संचालित पाठ्यक्रमों का अध्ययन कर रहा है ताकि यहां अद्वितीय और रोजगारपरक कोर्स तैयार किए जा सकें।