Ganga Expressway : महाकुंभ से पहले यूपी को मिलेगा सबसे बड़ा तोहफा, गंगा एक्सप्रेस-वे तेजी से ले रहा आकार 

UPT | Ganga Expressway

Jul 15, 2024 14:48

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस-वे अब पूरा होने के करीब है। यह एक्सप्रेस-वे किसी एक राज्य में बनने वाला दूसरा सबसे लंबा होगा।

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस-वे अब पूरा होने के करीब है। यह एक्सप्रेस-वे किसी एक राज्य में बनने वाला दूसरा सबसे लंबा होगा। मेरठ के बिजौली से प्रयागराज के जूडापुर दांदू तक 594 किमी लंबा यह मार्ग पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा, जिससे दोनों क्षेत्रों के बीच की दूरी और यात्रा समय कम होगा। योगी सरकार का लक्ष्य है कि महाकुंभ 2025 से पहले, दिसंबर 2024 तक इसके मुख्य कैरिज वे का निर्माण पूरा कर लिया जाए। यह परियोजना उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगी और राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

518 गांवों से होकर गुजरेगा गंगा एक्सप्रेस-वे 
उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरने वाला यह एक्सप्रेस-वे 36,230 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन है। लगभग 7453.15 हेक्टेयर भूमि पर बन रहा गंगा एक्सप्रेस-वे प्रदेश के 518 गांवों से होकर गुजरेगा। शुरुआत में इसे 6 लेन का बनाया जा रहा है, जिसे आगे चलकर 8 लेन का किया जाना है। इसके राइट ऑफ वे की चौड़ाई 120 मीटर होगी, जो 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की डिजाइन स्पीड देगी। गंगा एक्सप्रेस-वे को चार ग्रुपों में बनाया जा रहा है। इनमें मेरठ-बदायूं (129.70 किमी) का कार्य मेसर्स आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर, जबकि बाकि के तीन ग्रुप बदायूं-हरदोई (151.70 किमी), हरदोई-उन्नाव (155.70 किमी) और उन्नाव-प्रयागराज (156.85 किमी) का निर्माण मेसर्स अदाणी इन्फ्रास्ट्रक्चर कर रही है। 



होंगे 14 मेजर ब्रिज, 7 आरोबी और 32 फ्लाईओवर 
गंगा एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिज वे को पूरा करने का लक्ष्य 31 दिसंबर 2024 रखा गया है, जबकि अन्य कार्यों को पूरा करने के लिए नवंबर 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसपर मेरठ-बदायूं के बीच गंगा नदी पर 960 मीटर और बदायूं-हरदोई के बीच रामगंगा पर 720 मीटर लंबा पुल भी निर्माणाधीन है। यह एक्सप्रेस-वे 14 मेजर ब्रिज, 7 आरओबी और 32 फ्लाईओवर से होकर गुजरेगा। यही नहीं इसपर शाहजहांपुर के जलालाबाद के पास साढ़े तीन किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी भी होगी, जिसपर किसी भी आपात स्थिति में बड़े बोइंग विमान उतर सकते हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे पर मेरठ और प्रयागराज में दो मुख्य जबकि अन्य स्थानों पर 15 रैम्प टोल प्लाजा होंगे। इसपर 9 जन सुविधा परिसरों की भी स्थापना होगा।

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