Lucknow News : इन इलाकों में मीटर रीडिंग स्टोर करने का खेल, डेढ़ गुना दर से होगी वसूली, उपभोक्ता-एजेंसी पर एक्शन की तैयारी

UPT | UPPCL

Jan 04, 2025 15:17

रीडिंग की प्रक्रिया में लापरवाही पाए जाने पर बिलिंग एजेंसी और रीडरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। अगर यह साबित होता है कि किसी रीडर ने जानबूझकर कम रीडिंग दर्ज की, तो उस पर धोखाधड़ी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज होगी। साथ ही, संबंधित बिलिंग एजेंसी से नुकसान की भरपाई भी की जाएगी।

Lucknow News : शहर में बिजली मीटर में रीडिंग स्टोर करने वाले उपभोक्ताओं और इस गड़बड़ी में शामिल मीटर रीडरों के खिलाफ अभियान शुरू किया जा रहा है। लखनऊ मध्य के जोनल मुख्य अभियंता रवि कुमार अग्रवाल ने सभी क्षेत्रीय एक्सईएन को निर्देश दिए हैं कि रीडिंग प्रक्रिया की सख्ती से जांच की जाए।

उपभोक्ता पर डेढ़ गुने रेट से बनेगा बिल
अगर किसी उपभोक्ता के मीटर में स्टोर रीडिंग पाई जाती है, तो उस पर तय दर से डेढ़ गुने रेट से बिल वसूला जाएगा। उदाहरण के तौर पर, घरेलू बिजली का औसत रेट 5.50 रुपये प्रति यूनिट है। ऐसे मामलों में बिलिंग दर बढ़कर 8.25 रुपये प्रति यूनिट हो जाएगी। इससे उपभोक्ताओं को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।


मीटर रीडरों और बिलिंग एजेंसी पर कार्रवाई
रीडिंग की प्रक्रिया में लापरवाही पाए जाने पर बिलिंग एजेंसी और रीडरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। अगर यह साबित होता है कि किसी रीडर ने जानबूझकर कम रीडिंग दर्ज की, तो उस पर धोखाधड़ी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज होगी। साथ ही, संबंधित बिलिंग एजेंसी से नुकसान की भरपाई भी की जाएगी।

जांच के लिए गठित टीम और नए दिशा-निर्देश
लखनऊ में ठाकुरगंज, ऐशबाग, हुसैनगंज, राजभवन और अन्य क्षेत्रों में विशेष जांच टीम तैनात की गई है। एक्सईएन को निर्देश दिए गए हैं कि रीडिंग के हर मामले की क्रॉस जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी उपभोक्ता और एजेंसी इस प्रकार की धोखाधड़ी न कर सके। मुख्य अभियंता रजत जुनेजा के अनुसार, अगर किसी मामले में रीडर की गलती पाई जाती है, तो बिलिंग एजेंसी से नुकसान की भरपाई की जाएगी। यह प्रावधान इसलिए रखा गया है ताकि एजेंसियां अपने रीडरों की कार्यप्रणाली पर निगरानी रखें और पारदर्शिता बनाए रखें।

रीडिंग स्टोर कराने का खेल
महकमे के अधिकारियों के अनुसार, अमीनाबाद, हुसैनगंज, ठाकुरगंज और अन्य क्षेत्रों में कुछ उपभोक्ता और रीडरों की सांठगांठ की शिकायतें मिली हैं। ऐसे में उपभोक्ता न्यूनतम यूनिट के बिल बनवाकर कम भुगतान कर रहे हैं, जबकि उनके मीटर में असल खपत ज्यादा दर्ज हो रही है।

उपभोक्ता को भी होगी जिम्मेदारी
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक योगेश कुमार ने कहा है कि जो उपभोक्ता अपनी कम खपत का बिल जमा करा रहे हैं, लेकिन जांच में उनके मीटर में अधिक रीडिंग पाई जाती है, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी उपभोक्ता अपने वास्तविक उपयोग के अनुसार बिल जमा करें।
बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं से कहा है कि वे समय पर अपनी खपत का सही बिल जमा करें। स्टोर रीडिंग का मामला सामने आने पर न केवल जुर्माना लगेगा, बल्कि उपभोक्ता को कानूनी कार्रवाई का सामना भी करना पड़ सकता है।

Also Read