रीडिंग की प्रक्रिया में लापरवाही पाए जाने पर बिलिंग एजेंसी और रीडरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। अगर यह साबित होता है कि किसी रीडर ने जानबूझकर कम रीडिंग दर्ज की, तो उस पर धोखाधड़ी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज होगी। साथ ही, संबंधित बिलिंग एजेंसी से नुकसान की भरपाई भी की जाएगी।