UP PCS Prelims : परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों की कड़ी जांच, कहीं डस्टबिन में अंगूठियां और स्मार्टवॉच तो कहीं पेड़ पर टांगने पडे हेलमेट और मफलर

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Dec 22, 2024 17:20

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा आज, 22 दिसंबर को हो रही है। इस वर्ष परीक्षा में 5.76 लाख अभ्यर्थी हिस्सा ले रहे हैं...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा आज, 22 दिसंबर को हो रही है। इस वर्ष परीक्षा में 5.76 लाख अभ्यर्थी हिस्सा ले रहे हैं, जो राज्य के 75 जिलों में स्थित 1331 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देंगे। परीक्षा के संचालन में पारदर्शिता और शुचिता बनाए रखने के लिए केंद्रों पर कड़े सुरक्षा और निगरानी प्रबंध किए गए हैं। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा और कुछ बच्चों की तो परीक्षा भी छूट गई।

परीक्षार्थियों को केंद्र के बाहर छोड़ना पड़ा सामान 
रोहनिया जगतपुर इंटर कॉलेज में पीसीएस परीक्षा के दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए। जिन परीक्षार्थियों के साथ उनके परिजन नहीं आए थे, उन्हें अपने मफलर, टोपी और बेल्ट जैसी चीजें गेट के पास पेड़ पर टांगनी पड़ी। कॉलेज गेट पर अध्यापक और पुलिस द्वारा गहन जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा था। परीक्षार्थियों के गले की चेन, अंगूठी, घड़ी और मोबाइल जैसी चीजें उतरवा ली गईं। सख्ती के चलते परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन कराया गया, जिससे नकल और किसी भी अनुचित गतिविधि की संभावना को रोका जा सके।

एक ही नाम के दो कॉलेज, गलतफहमी में छूटी छात्रा की परीक्षा
हाथरस में बागला नाम से दो कॉलेज होने के कारण एक छात्रा की परीक्षा छूट गई। इंटर और डिग्री कॉलेज दोनों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। छात्रा को इंटर कॉलेज में जाना था, लेकिन नाम एक जैसा होने के कारण वह गलती से डिग्री कॉलेज में लाइन में लग गई। काफी समय बाद चेकिंग में यह पता चला कि उसे दूसरे केंद्र पर जाना था। समय से वहां पहुंचने के बावजूद वह परीक्षा से वंचित रही। छात्रा ने रोते हुए सिफारिश भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

समय पर न पहुंच पाने के कारण छूटी परीक्षा
पीसीएस परीक्षा के लिए पहला पेपर जनरल स्टडीज सुबह 9:30 बजे से शुरू हुआ, लेकिन कई अभ्यर्थियों को दूरदराज के केंद्रों के कारण परीक्षा देने का मौका नहीं मिला। सुबह 5 बजे से ही लोग बसों, प्राइवेट कार और ट्रेनों से वाराणसी पहुंचे, जिससे शहर में 6 बजे से ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया। परीक्षा केंद्रों पर सख्ती इतनी थी कि पांच मिनट की देरी पर भी प्रवेश नहीं दिया गया। कई अभ्यर्थी सुबह 6 बजे से ही परीक्षा केंद्रों के बाहर बैठे नजर आए, लेकिन समय पर न पहुंच पाने के कारण वे परीक्षा में शामिल नहीं हो सके।



बंद रही आसपास की फोटोकॉपी की दुकान
पीसीएस परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र की 200 मीटर की परिधि में फोटो कॉपी की दुकानों को बंद रखने का आदेश था। इस वजह से सुबह 5 बजे से ही बसों, प्राइवेट कारों और ट्रेनों से पहुंचे परीक्षार्थी और उनके परिजनों को खाने-पीने की वस्तुएं उपलब्ध नहीं हो पाईं। कई बच्चे और उनके साथ आए लोग केंद्र के पास घंटों तक भूखे रहते हुए दिखाई दिए। यह स्थिति तब बनी जब लोग अपने आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी के लिए दुकानें खोज रहे थे, लेकिन दुकानों के बंद होने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

रूट डायवर्जन के बाद भी बच्चों की परीक्षा हुई प्रभावित
नकल-विहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े प्रबंध किए गए थे। तलाशी के दौरान अभ्यर्थियों से ईयरिंग्स, घड़ी और अन्य सामान की जांच की गई, और उन्हें स्मार्ट वॉच पहनने की अनुमति नहीं दी गई। अमरोहा में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 16 केंद्रों पर आयोजित हो रही थी, जहां सुबह से ही अभ्यर्थियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। बॉयोमीट्रिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद सघन तलाशी के बाद ही अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया। परीक्षा के दौरान शहर में रूट डायवर्जन भी लागू किया गया, लेकिन दूर दराज केंद्रों के कारण कई बच्चों की परिक्षा भी छूट गई।

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