UPSRTC का  बड़ा फैसला : दिवाली से पहले चलेंगी 150 अतिरिक्त बसें, इन रूट्स पर चलाने का ऐलान

UPT | दिवाली से पहले चलेंगी 150 अतिरिक्त बसें

Oct 16, 2024 16:16

दीपावली के त्योहार पर दूर-दराज रहने वाले लोग अक्सर अपने घरों की ओर लौटते हैं, जिससे बसों और रेलों में भारी भीड़ देखने को मिलती है। इस स्थिति को देखते हुए, यूपी रोडवेज ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यूपी रोडवेज पर्व से तीन दिन पहले भीड़ वाले रूटों पर 150 अतिरिक्त बसों का संचालन करेगा।

Short Highlights
  • यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तैयारी शुरू
  • परिवहन विभाग ने अतिरिक्त बसें चलाने की योजना बनाई
UP Roadways Bus : दीपावली के त्योहार पर दूर-दराज रहने वाले लोग अक्सर अपने घरों की ओर लौटते हैं, जिससे बसों और रेलों में भारी भीड़ देखने को मिलती है। इस स्थिति को देखते हुए यूपी रोडवेज ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। दिवाली के त्योहार के मद्देनज़र, यूपी रोडवेज पर्व से तीन दिन पहले भीड़ वाले रूटों पर 150 अतिरिक्त बसों का संचालन करेगा। इसके साथ ही, दिल्ली रूट के लिए भी विशेष बसों की व्यवस्था की जाएगी, ताकि यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिल सके।

परिवहन विभाग चलाएगा अतिरिक्त बसें
यूपी रोडवेज ने त्योहार के समय अपने घर लौटने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तैयारी शुरू कर दी है। इस दौरान भारी संख्या में लोग यात्रा करते हैं, इसलिए परिवहन विभाग ने अतिरिक्त बसें चलाने की योजना बनाई है। इसके तहत, त्योहार से तीन दिन पहले विभिन्न रूटों पर 150 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। इन बसों के लिए उन रूटों का चयन किया गया है, जो सबसे अधिक भीड़भाड़ वाले हैं।


यात्रियों को मिलेगी राहत
अतिरिक्त बसों के संचालन से यात्रियों को कम परेशानी का सामना करना पड़ेगा, जिससे वे आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यात्रियों को त्योहार के दौरान कोई दिक्कत न हो और वे समय पर अपने घर पहुंच सकें। जिन रूटों पर अतिरिक्त बस सेवा शुरू की जाएगी, उनमें लखनऊ के कैसरबाग, चारबाग, आलमबाग, अवध बस स्टैंड के साथ ही गोरखपुर, बहराइच, गोंडा और बनारस समेत कई अन्य रूट शामिल हैं।

यूपी में गांव-गांव बस सेवा 
परिवहन विभाग ने प्रदेश के अधिकतर ब्लॉकों और गांवों में बस सेवाएं मुहैया कराने के लिए नई पहल शुरू की है। इसके तहत, यूपी रोडवेज 3000 रूटों पर निजी बस संचालकों के साथ समन्वय करेगा, ताकि ब्लॉक से गांव-गांव तक बसों का आवागमन सुनिश्चित किया जा सके। योजना के अनुसार, हाईवे और लिंक रोड के बीच ये बसें दिन में कम से कम एक बार जरूर चलेंगी।

समन्वय परिवहन व्यवस्था
इस संबंध में विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे "समन्वय परिवहन व्यवस्था" का नाम दिया गया है। इस प्रस्ताव में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को भी शामिल किया गया है, जिससे ग्रामीण परिवहन व्यवस्था को मजबूत किया जा सके।

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