सफलता की नई बुलंदियों को छूता उत्तर प्रदेश : उद्योग और रोजगार के नए युग की ओर अग्रसर, हर क्षेत्र में हुए व्यापक बदलाव

UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ

Dec 30, 2024 17:50

उत्तर प्रदेश, औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित कर रहा है। सरकार का लक्ष्य प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है, जिसके लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाएं शुरू की गई हैं।

Short Highlights
  • उद्योग और रोजगार के नए युग की ओर अग्रसर प्रदेश
  • महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर
  • सामाजिक कल्याण की दिशा में हुए व्यापक बदलाव
Lucknow News : उत्तर प्रदेश, औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित कर रहा है। सरकार का लक्ष्य प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है, जिसके लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाएं शुरू की गई हैं। औद्योगिक सुधारों, श्रम सुधारों और सामाजिक कल्याण की दिशा में व्यापक बदलाव किए गए हैं।

वन टाइम रजिस्ट्रेशन पहल
उद्योगों और रोजगार सृजन के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए ‘वन टाइम रजिस्ट्रेशन’ जैसी पहल की गई है। इसके तहत व्यापारियों और उद्यमियों को कई प्रक्रियाओं से मुक्त किया गया है। महिला श्रमिकों के लिए विशेष योजनाओं के तहत पॉटरी, कारपेट, और अन्य उद्योगों में रोजगार अवसर दिए गए हैं। इसके अलावा, आईटी और वस्त्र उद्योगों में कामकाजी घंटों को बढ़ाकर कार्यदक्षता में वृद्धि की गई है। प्रदेश ने 2022 में "टॉप अचीवर" का दर्जा प्राप्त किया है और अब बिजनेस रिफॉर्म एक्शन प्लान में दूसरा स्थान हासिल किया है। इन सुधारों से औद्योगिक निवेश बढ़ा है और प्रदेश एक मजबूत आर्थिक हब के रूप में उभरा है।


ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार
2017 से अब तक 7 प्रमुख श्रम कानूनों में संशोधन और सरलीकरण किया गया है, जिससे उत्तर प्रदेश ने 2022 में "टॉप अचीवर" की श्रेणी में स्थान प्राप्त किया। बिजनेस रिफॉर्म एक्शन प्लान (BRAP) के तहत प्रदेश का स्थान 14वें से बढ़कर अब दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। इन सुधारों ने औद्योगिक निवेश को बढ़ावा दिया और प्रदेश को एक आर्थिक हब के रूप में विकसित किया। वहीं श्रमिकों लिए 'श्रमिक कल्याण योजना' शुरू की गई है, जिसमें स्वास्थ्य, आवास, और शिक्षा में सुविधाएं दी जा रही हैं। महिला श्रमिकों के लिए विशेष योजनाओं ने उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार किया है, जबकि श्रम कानूनों को सरल और पारदर्शी बनाने से श्रमिकों और नियोक्ताओं के लिए काम आसान हुआ है, जिससे उद्योगों की उत्पादकता में वृद्धि हुई है।

डिजिटल पंजीकरण और अनुदान प्रक्रियाओं का विस्तार
सरकार ने उद्योगों की पंजीकरण और अनुदान प्रक्रियाओं को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया है, जिससे उद्योगों के लिए समय और लागत की बचत हो रही है। छोटे व्यापारियों के लिए विशेष कर योजनाओं के माध्यम से आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान किया गया है। इसके अलावा, सरकार ने ‘वन नेशन, वन टैक्स’ के तहत गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) को प्रभावी ढंग से लागू किया है, जिससे व्यापारियों के लिए कराधान प्रक्रिया सरल हो गई है। योगी सरकार ने औद्योगिक प्रगति के लिए टेक्सटाइल, आईटी और मैन्युफैक्चरिंग हब्स की शुरुआत की है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़े हैं और उत्तर प्रदेश अब वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है।

महिला सशक्तिकरण और आर्थिक विकास पर जोर
प्रदेश में महिला श्रमिकों को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे वे आर्थिक रूप से सक्षम बन सकें और सुरक्षित कार्यस्थल प्राप्त कर सकें। इसके लिए पॉटरी और वस्त्र उद्योग जैसे क्षेत्रों में उन्हें अधिक अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही, महिलाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। सरकार ने रोजगार सृजन, महिला सशक्तिकरण और डिजिटल प्रक्रियाओं के विस्तार पर जोर दिया है, जिससे प्रदेश को आर्थिक, औद्योगिक और सामाजिक दृष्टिकोण से मजबूती मिल रही है।

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