जीरो टॉलरेंस नीति : साढ़े सात वर्षों में 80,000 से अधिक अपराधियों को मिली सजा, 210 बदमाश एनकाउंटर में ढेर...

UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ

Oct 18, 2024 14:56

योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा लागू की गई जीरो टॉलरेंस नीति का असर प्रदेश में साफ देखा जा रहा है। साढ़े सात साल में 80,000 से अधिक अपराधियों को उनके गुनाहों की सजा मिल चुकी है।

Lucknow News : योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा लागू की गई जीरो टॉलरेंस नीति का असर प्रदेश में साफ देखा जा रहा है। साढ़े सात साल में 80,000 से अधिक अपराधियों को उनके गुनाहों की सजा मिल चुकी है। इस दौरान 54 अपराधियों को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई है, जिसमें महिला और किशोरियों के खिलाफ अपराधों में सबसे अधिक सजा दी गई है। 

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210 बदमाश एनकाउंटर में ढेर
यूपी पुलिस ने पिछले कुछ वर्षों में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है, जिसमें 210 बदमाशों को एनकाउंटर के दौरान ढेर कर दिया गया है। पुलिस का अभियोजन निदेशालय भी अपराधियों के खिलाफ प्रभावी पैरवी कर रहा है, जिसके चलते बड़ी संख्या में अपराधियों को न्यायालयों में सजा दिलाई जा रही है। पूर्व की सरकारों में अभियोजन निदेशालय को अपेक्षित महत्व नहीं दिया गया, लेकिन योगी सरकार ने इसे एक नया मुकाम दिया है, जिसके परिणामस्वरूप यह प्रणाली अधिक प्रभावी साबित हो रही है। 

अभियोजन निदेशालय की भूमिका 
अभियोजन निदेशालय के एडीजी दीपेश जुनेजा ने जानकारी दी कि पिछले साढ़े सात वर्षों में 81,196 से अधिक अपराधियों को न्यायालय में प्रभावी पैरवी के माध्यम से सजा दिलाई गई है। इनमें से 29,196 अपराधियों में से 54 को मृत्युदंड, 3,125 को आजीवन कारावास, 9,076 को 10 वर्ष से अधिक के कारावास और 16,941 को 10 वर्ष से कम के कारावास की सजा सुनाई गई है। पिछले 16 महीनों में 'ऑपरेशन कन्वेंशन' के तहत 52,000 से अधिक अपराधियों को सजा दिलाई गई है। महिला संबंधी अपराधों में विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें अगस्त 2024 तक 28,700 अपराधियों को सजा दिलाई गई है। इनमें से 16,565 अपराधियों को विभिन्न अपराधों, जैसे लैंगिक अपराध, बलात्कार, और गंभीर अपराधों में सजा सुनाई गई है। इसके तहत 9 अपराधियों को मृत्युदंड, 1,720 को आजीवन कारावास, 4,443 को 10 वर्ष से अधिक के कारावास और 10,393 को 10 वर्ष से कम के कारावास की सजा मिली है।



पॉक्सो एक्ट और टॉप 10 कैटेगरी
पॉक्सो एक्ट के तहत भी सख्त कार्रवाई की गई है, जिसमें अगस्त 2024 तक 12,135 अपराधियों को सजा दी गई है। इनमें 44 अपराधियों को मृत्युदंड, 1,354 को आजीवन कारावास, 4,599 को 10 वर्ष से अधिक के कारावास और 6,138 को 10 वर्ष से कम के कारावास की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा, प्रदेश के दुर्दांत और टॉप 10 कैटेगरी के 496 अपराधियों को भी सजा दी गई है। इनमें से एक को मृत्युदंड, 51 को आजीवन कारावास, 34 को 10 वर्ष से अधिक के कारावास और 410 को 10 वर्ष से कम के कारावास की सजा मिली है।

मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीरो टॉलरेंस नीति के माध्यम से अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। उन्होंने इस नीति को लागू करते हुए कहा कि राज्य में अपराधियों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। पुलिस और अभियोजन निदेशालय के बीच समन्वय के कारण अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।

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अभियोजन निदेशालय की सफलता
यह सफलता प्रदेश के अभियोजन निदेशालय की कुशल कार्यप्रणाली का नतीजा है, जिसने न्यायालयों में मजबूत पैरवी के जरिए कई मामलों में सजा दिलाई है। इससे न केवल अपराधियों में भय पैदा हुआ है, बल्कि समाज में सुरक्षा का एहसास भी बढ़ा है।  

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