कुटटू का कहर : पश्चिम यूपी के जिलों में अब तक 500 से अधिक बीमार, दुकानों पर छापेमारी क्विंटल कु्ट्टू बरामद

UPT | कुट्टू और आटा के सैंपल सील करते खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी।

Oct 05, 2024 09:04

कुट्टू की बनी पूड़ियां और पकौड़ी खाने से गाजियाबाद, मेरठ, बिजनौर और बागपत मे करीब 500 से अधिक लोगों की हालत बिगड़ गई है।

Short Highlights
  • मेरठ, बिजनौर और गाजियाबाद में कुट्टू का आटा खाने से हालत बिगड़ी
  • खाद्य सुरक्षा विभाग का गाजियाबाद और मेरठ में छापा
  • गाजियाबाद से सप्लाई किया गया था बिजनौर में कुट्टू 
Meerut News : नवरात्र के शुरूआती दिनों में कुट्टू ने कहर बरपा दिया है। कुट्टू की बनी पूड़ियां और पकौड़ी खाने से गाजियाबाद, मेरठ, बिजनौर और बागपत मे करीब 500 से अधिक लोगों की हालत बिगड़ गई है। मेरठ में कुट्टू का आटा से बने पूडियां खाने से करीब 100 से अधिक लोग बीमार हो गए। गाजियाबाद में 50 लोगों की हालत कुट्टू का आटा खाने से बिगड़ गई। बिजनौर में करीब 250 लोग कुट्टू का आटा खाने से बीमार हो गए। कुट्टू का आटा खाने से लोग बीमार होने लगे तो खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापेमारी की। गाजियाबाद में करीब 20 क्विंटल कुट्टू का आटा और साबूत कुट्टू खाद्य सुरक्षा विभाग ने सीज कर दिया। बिजनौर में जिस कुट्टू का आटा खाकर लोग बीमार हुए वो गाजियाबाद से सप्लाई हुआ था। 
नवरात्रि अभियान में अब तक जिलों में कुल 50 नमूनें संग्रहित कर खाद्य प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे गए हैं। इन नमूनों के जाँच उपरान्त, जाँच परिणाम के अनुसार सम्बन्धित के विरूद्ध खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अनुसार यथा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जायेगी।
कुट्टू खाद्य पदार्थों के सम्बन्ध में अपील
खाद्य सुरक्षा विभाग ने आम लोगों को सूचित किया जाता है कि कुट्टू आटे से बने हुए पकवानों को एक बार में कम मात्रा का उपभोग करे। इसी के साथ उसके साथ व्रत में प्रयोग होने वाले अन्य खाद्य पदार्थ जैसे सिंघाड़ा का आटा, मखाने इत्यादि मिश्रण कर पकवान बनायें। ठण्डे खाद्य पदार्थो जैसे दही, छाछ तथा पानी का पर्याप्त सेवन करे।
कुट्टू के आटे की खरीदारी करते समय रखे ध्यान
कुट्टू के आटे की खरीदारी करते समय इस बात का ध्यान रखा जाये कि वह उसकी विनिर्माण समयावधि अधिक न हो। खाद्य कारोबारी कृपया पुराने स्टाक की बिक्री न करे। आम जनमानस मिलावट एवं कुटू के आटे के भण्डारण, विक्रय में किसी भी अनियमितता का सन्देह होने पर विभाग के टोल-फ्री नं0-1800-180-5533 पर सूचना दे सकते है। 

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