सब-इंस्पेक्टर का बेटा निकला बड़े हथियार तस्करी रैकेट का हिस्सा : एके-47 समेत कई ऑटोमेटिक हथियारों की करता था सप्लाई, एसटीएफ ने दबोचा

UPT | सब-इंस्पेक्टर का बेटा निकला बड़े हथियार तस्करी रैकेट का हिस्सा

Nov 24, 2024 18:48

वेस्ट यूपी में एसटीएफ ने एक बड़े हथियार तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर का बेटा है।

bagpat News : वेस्ट यूपी में एसटीएफ ने एक बड़े हथियार तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर का बेटा है। आरोपी के पास से 5 सिंगल बैरल, 12 डबल बैरल बंदूकें और 700 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। जांच में पता चला है कि आरोपी रोहन का पिता राकेश सिंह यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर है और मथुरा में तैनात है। एसटीएफ की टीम इस मामले में बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।

स्कॉर्पियो में हथियारों की खेप के साथ दबोचा गया आरोपी
एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक हथियार तस्कर पंजाब से अवैध हथियार लाकर वेस्ट यूपी में बेचता है। इस इनपुट के आधार पर, एसटीएफ ने शनिवार रात कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में घेराबंदी की और हथियार तस्कर को स्कॉर्पियो कार समेत गिरफ्तार कर लिया। कार की तलाशी में कई अवैध हथियार मिले। पकड़ा गया आरोपी रोहन बड़ौत, बागपत का निवासी है। रोहन के पास से 5 सिंगल बैरल और 12 डबल बैरल बंदूकें तथा 700 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। इस मामले में चार अन्य साथी मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश जारी है।

हथियार तस्करी में फंसा सब-इंस्पेक्टर का बेटा
एसटीएफ की जांच में सामने आया कि रोहन ने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी और पुलिस इंस्पेक्टर बनने की तैयारी कर रहा था, लेकिन सफलता न मिलने पर उसने ठेकेदारी का काम शुरू कर दिया। इसी दौरान उसकी मुलाकात अनिल बालियान उर्फ अनिल बाजी से हुई, जो अंतरराज्यीय हथियार तस्करी का सरगना है। पैसे के लालच में आकर रोहन ने अनिल के साथ मिलकर हथियारों की तस्करी शुरू कर दी। वह नए ग्राहकों की तलाश में रहता था और डील फाइनल होने के बाद हथियार सप्लाई करता था।

पंजाब से लाते थे हथियार, कई राज्यों में फैला नेटवर्क
रोहन ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह अवैध हथियार पंजाब के मराठा गन हाउस, अटारी रोड खासा, जिला अमृतसर से लाता था। गन हाउस मालिक फर्जी रसीद के जरिए इन हथियारों की बिक्री करता था। रोहन इन हथियारों को यूपी, दिल्ली और बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में सप्लाई करता था। गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है, जिससे यह मामला गंभीर हो गया है।



हथियारों की कीमत 80 हजार से 1 लाख तक
एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि तस्कर ये हथियार पंजाब के गन हाउस से 40-50 हजार रुपये प्रति बंदूक और 100 रुपये प्रति कारतूस (315 बोर) के हिसाब से खरीदते थे। बाद में इन हथियारों को 80 हजार से 1 लाख रुपये और कारतूसों को 200 से 250 रुपये में बेचते थे। इस गिरोह का मुख्य सरगना अनिल बालियान है, जो पहले भी एके-47 राइफल की तस्करी के आरोप में पकड़ा जा चुका है।

गैंग का सरगना अनिल बालियान और उसकी गतिविधियां
अनिल बालियान पश्चिमी यूपी का कुख्यात तस्कर है, जिसका नेटवर्क दिल्ली एनसीआर, पश्चिमी यूपी और अन्य जिलों में फैला हुआ है। पहले भी उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हो चुके हैं। इस बार वह और उसका गैंग पंजाब से खरीदे गए अवैध हथियारों को वेस्ट यूपी में सप्लाई करने के फिराक में थे। पुलिस ने इस बार के मामले में बरामद फर्जी रसीदों के आधार पर अनिल और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है।

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