पूर्व विधायक संगीत सोम का राजपूत समाज को संदेश : कहा- बंधुआ मजदूर मत बनो, 'बंटेंगे तो कटेंगे' बयान का किया समर्थन

UPT | Sangeet Som

Nov 24, 2024 17:36

संगीत सोम ने "बंटेंगे तो कटेंगे" बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह बात क्षत्रिय समाज पर सबसे ज्यादा सटीक बैठती है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में किसी मौलाना ने कहा कि सब इकट्ठे होकर कांग्रेस को वोट दो।

Meerut News : मेरठ के सरधना में आयोजित चौहान क्षत्रिय कल्याण महासभा के वार्षिक अधिवेशन में पूर्व विधायक संगीत सोम ने विवादास्पद बयान देते हुए समाज को एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने राजपूत समाज को आगाह किया कि वे किसी भी राजनीतिक दल के 'बंधुआ मजदूर' न बनें। उन्होंने कहा कि भाजपा के समर्थक होने के बावजूद समाज को हर क्षेत्र में बराबर की भागीदारी की मांग करनी चाहिए।



"बटेंगे तो कटेंगे" बयान का समर्थन
संगीत सोम ने "बंटेंगे तो कटेंगे" बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह बात क्षत्रिय समाज पर सबसे ज्यादा सटीक बैठती है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में किसी मौलाना ने कहा कि सब इकट्ठे होकर कांग्रेस को वोट दो। आप इकट्ठा हो जाओगे तो भाजपा को कोई देश में हरा नहीं सकेगा। कार्यक्रम के दौरान कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। जिनमें राष्ट्रीय सनातन बोर्ड की स्थापना, वन नेशन वन इलेक्शन प्रणाली का क्रियान्वयन, गुरुकुल शिक्षा बोर्ड की स्थापना और मदरसा बोर्ड को राष्ट्रीय स्तर पर समाप्त करने जैसे विषय शामिल थे।

राजनीतिक एकजुटता पर जोर दिया
सोम ने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए राजनीतिक एकजुटता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगर समाज एकजुट होकर राजनीतिक निर्णय लेगा तो कोई भी पार्टी उन्हें नजर अंदाज नहीं कर सकेगी। साथ ही उन्होंने मदरसा शिक्षा पर सवाल उठाते हुए विवादास्पद टिप्पणी की। अपने संबोधन में उन्होंने समाज की एकता पर विशेष बल दिया और कहा कि भारतीय इतिहास में क्षत्रिय समाज का योगदान अमूल्य है। उन्होंने समाज के लोगों से आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होने की अपील की और कहा कि किसी भी समाज का अपमान नहीं किया जाना चाहिए।

ये भी पढ़ें : संभल मस्जिद सर्वे विवाद : पथराव के बाद राजनीतिक घमासान तेज, सपा और कांग्रेस नेताओं ने दी तीखी प्रतिक्रियाएं

समाज का अपमान न करें
संगीत सोम ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि जो संगठन के अध्यक्ष हैं, उन्हें गंगाजी में फेंक देना चाहिए। ऐसा नहीं कहना चाहिए। किसी भी समाज का अपमान न करें। हमें अपनी कमियों को भी देखना होगा और समाज की अच्छाई बतानी होगी। उन्होंने कहा कि इतिहास से अगर क्षत्रिय समाज का नाम निकाल दिया जाए, तो दो क्या, एक पन्ने का भी नहीं बचेगा।

Also Read