बड़ा अफसर बनने का सपना अधूरा : दो दिन पहले मां से कहा था 'जल्द आऊंगा', जान दे दी पर पीछे नहीं हटा किरणपाल

UPT | बुलंदशहर के किरणपाल की दिल्ली में हत्या

Nov 24, 2024 18:59

यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले युवक की दिल्ली में हत्या कर दी गई। दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में शनिवार सुबह एक सनसनीखेज घटना घटी। मृतक दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था...

Bulandshahr News : यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले युवक की दिल्ली में हत्या कर दी गई। दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में शनिवार सुबह एक सनसनीखेज घटना घटी। मृतक दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था। सिपाही किरण पाल बुलंदशहर अहार थाना क्षेत्र के सिहालीनगर का निवासी है। किरणपाल ने दो दिन पहले अपनी मां गुड्डी देवी से फोन पर बात की थी। उन्होंने मां से कहा था, "मैं जल्द ही घर आऊंगा, तुम अच्छे से रहना।" लेकिन उस समय उसे यह नहीं पता था कि वह अपनी मां से आखिरी बार बात कर रहा था।

बड़ा अफसर बनने का सपना अधूरा
पुलिस के मुताबिक, पेट्रोलिंग के दौरान सिपाही की चाकू घोंपकर हत्या की गई थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई। पुलिस ने इस हत्या में शामिल एक बदमाश दीपक को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया। किरणपाल ने यूपी के अमरगढ़ से अंग्रेजी विषय में डबल एमए किया था और साथी पुलिसकर्मियों ने बताया कि वह परीक्षाएं भी दे रहा था और एक बड़ा अफसर बनने का सपना देखता था। उसका परिवार को ठीक से चलाने और बदमाशों पर लगाम लगाने का जज्बा उसे दिल्ली पुलिस में भर्ती करवा लाया था।



नोएडा में अपने मामा की पढ़ाई
परिवार का भला करने और अपराधियों पर नियंत्रण पाने के उद्देश्य से दिल्ली पुलिस में सिपाही के रूप में भर्ती हुए किरणपाल ने दो दिन पहले अपनी बुजुर्ग मां गुड्डी देवी से फोन पर बात की थी। उसने मां से कहा था, "मैं जल्द ही घर आऊंगा, तुम अच्छे से रहना," लेकिन उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह उनकी मां से अंतिम बातचीत होगी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, किरणपाल की हत्या की खबर मिलते ही उसके परिजन और मामा कालीचरण दिल्ली पहुंच गए थे। पांच-छह साल पहले उसके पिता का निधन हो चुका था। उसका भाई सोनू दिव्यांग है और घर में केवल उसकी मां गुड्डी देवी और भाभी ही हैं। किरणपाल बचपन से ही नोएडा में अपने मामा कालीचरण के पास रहता था, जिन्होंने उसे पढ़ाया-लिखाया और उसे अच्छे संस्कार दिए।

पहले भी कई बार बदमाशों से  भिड़ चुके
मामा कालीचरण के कहने पर किरणपाल ने 2018 में दिल्ली पुलिस में भर्ती होने का फैसला किया था। मार्च में उसे गोविंदपुरी थाने में तैनाती मिली, जहां उसकी ड्यूटी रात के वक्त पेट्रोलिंग के लिए लगाई गई थी। कई बार वह अकेले ही बदमाशों से भिड़ चुका था और अपनी ड्यूटी निभाते हुए जोखिम उठाता था। घटना वाली रात, जब उसने स्कूटी पर संदिग्ध रूप से घूम रहे तीन बदमाशों को रोका, तो उन्होंने उस पर पत्थरबाजी की। हालांकि, किरणपाल भागा नहीं और डटा रहा। वह इस दौरान थाने में फोन करके अन्य पुलिसकर्मियों को मदद के लिए बुलाने में व्यस्त था, कभी एक बदमाश ने चाकू से वार कर दिया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आप पर लगाया आरोप
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) की निष्क्रियता के कारण राजधानी दिल्ली की कानून व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा चुकी है। उनका कहना था कि एक सिपाही की खुलेआम हत्या होना यह साबित करता है कि दिल्ली में अपराधी बेखौफ हो गए हैं। यादव ने यह भी आरोप लगाया कि महिलाओं के साथ उत्पीड़न, अत्याचार, दुष्कर्म, गोलीबारी, डकैती और झपटमारी जैसे अपराध अब दिल्ली में आम हो गए हैं, जो कानून व्यवस्था की नाकामी का प्रतीक हैं।

अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम
जानकारी के मुताबिक गश्त के दौरान सिपाही किरणपाल ने नशे में धुत दीपक मैक्स और उसके साथी को चोरी की योजना बनाते हुए पकड़ा। इस पर आरोपियों ने सिपाही पर चाकू से हमला कर दिया। घायल किरणपाल की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मृत्यु हो गई। यह घटना गोविंदपुरी की गली नंबर 13 में हुई। स्थानीय निवासियों को सुबह जागने पर इस वारदात की जानकारी मिली।

छाती और पेट में चाकू के घाव पाए गए
बताया जा रहा है कि सिपाही के शरीर पर छाती और पेट में चाकू के घाव पाए गए। घटनास्थल पर वह वर्दी में था और पास में उसकी सरकारी मोटरसाइकिल मिली। पुलिस ने मामले की जांच के लिए कई टीमें बनाईं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर आरोपियों की पहचान की गई। एक सीसीटीवी वीडियो में आरोपी हत्या के बाद भागते हुए दिखाई दिए। एक आरोपी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया। 

परिजनों में मचा कोहराम
सिपाही किरणपाल की हत्या की खबर उसके गांव सिहाली नगर में पहुंची, लोग यकीन नहीं कर पाए। इसके बाद परिजनों ने संबंधित थाने से पुष्टि की और यह खबर सही निकली। गांववासियों का कहना है कि किरणपाल पढ़ाई में बहुत सक्षम था। पुलिस की नौकरी से पहले वह अपनी मां के साथ मजदूरी भी करता था।

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