नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट रनवे की टेस्टिंग शुरू : 30 नवंबर को यात्री के साथ विमान लैंडिंग का परीक्षण, अप्रैल में शुरू होंगी व्यावसायिक उड़ानें

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Nov 12, 2024 10:47

टेस्टिंग के लिए 15 नवंबर से एक महीने तक का समय निर्धारित किया गया है। यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह के अनुसार, इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी नहीं हो रही है।

Short Highlights
  • जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैयारियों का अंतिम दौर शुरू हो चुका है।
  • 25 नवंबर तक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से आवश्यक अनुमतियां प्राप्त करनी होंगी।
  • नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 17 अप्रैल, 2024 से व्यावसायिक उड़ानें शुरू करने की योजना है।
Noida News : उत्तर प्रदेश के आधुनिक विकास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैयारियों का अंतिम दौर शुरू हो चुका है। इस हवाई अड्डे पर इस माह से रनवे परीक्षण की प्रक्रिया प्रारंभ होने जा रही है। 15 नवंबर से लगातार एक महीने तक विभिन्न एयरलाइंस के विमान रनवे पर ट्रायल लैंडिंग करेंगे। इस ट्रायल प्रक्रिया का उद्देश्य रनवे और अन्य उपकरणों की जांच करना है, ताकि एयरपोर्ट का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित और मानक के अनुरूप हो सके। विशेष रूप से 30 नवंबर को एक ऐतिहासिक क्षण होगा, जब पहली बार यात्रियों के साथ विमान की लैंडिंग की जाएगी। हालांकि, इससे पहले 25 नवंबर तक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से आवश्यक अनुमतियां प्राप्त करनी होंगी।

15 नवंबर से शुरू होगी रनवे टेस्टिंग
रनवे और संबंधित उपकरणों की टेस्टिंग के लिए 15 नवंबर से एक महीने तक का समय निर्धारित किया गया है। यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह के अनुसार, इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी नहीं हो रही है और सभी कार्य समय के अनुसार ही पूरे किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर सभी तयशुदा तिथियों पर जरूरी प्रक्रियाएं पूरी हो रही हैं और 15 नवंबर से विमान रनवे की टेस्टिंग के लिए लैंड करेंगे। यह प्रक्रिया लंबी चलेगी और हमें उम्मीद है कि यह सफलतापूर्वक सम्पन्न होगी।

विभिन्न प्रकार के एयरक्राफ्ट से टेस्टिंग होगी
एयरपोर्ट पर 30 नवंबर को तीन प्रकार के विभिन्न विमानों को उतारकर रनवे की टेस्टिंग की जाएगी। इस दिन विमान में चालक दल के साथ-साथ यात्रियों को भी शामिल किया जाएगा ताकि लैंडिंग की सभी प्रक्रियाओं का वास्तविक परिदृश्य में परीक्षण किया जा सके। इन परीक्षणों के बाद, कमर्शियल उड़ान के लिए एयरपोर्ट को आवश्यक लाइसेंस दिए जाएंगे। इसके लिए एयरपोर्ट प्रबंधन ने 90 दिन पहले ही लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे अगले वर्ष अप्रैल से व्यावसायिक उड़ानें शुरू हो सकें।

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2024 में अप्रैल से व्यावसायिक उड़ानों की योजना
यमुना प्राधिकरण के मुताबिक, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 17 अप्रैल, 2024 से व्यावसायिक उड़ानें शुरू करने की योजना है। इस तारीख से पहले ट्रायल और आवश्यक लाइसेंसिंग प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। आगामी दिनों में एयरलाइंस के खाली विमानों को एक महीने तक रनवे पर उतारा जाएगा, जिससे रनवे की क्षमता और सुरक्षा मानकों का गहराई से निरीक्षण किया जा सके।

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कोहरे में भी सुरक्षित लैंडिंग की तैयारी
नोएडा एयरपोर्ट पर कैट-1 और कैट-3 उपकरणों का इंस्टॉलेशन किया जा चुका है, जो कोहरे जैसी खराब मौसम की स्थितियों में विमान की ऊंचाई और दृश्यता के बारे में पायलट को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। इस उपकरण की जांच भी पहले की जा चुकी है और DGCA द्वारा इसके इंस्पेक्शन को पूरा कर लिया गया है। एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) भी लगाया गया है, जो विमान को कम दृश्यता के दौरान सुरक्षित उतरने में सहायता करता है। अक्टूबर में इस आईएलएस सिस्टम की भी किंग एयर 360 ईआर एयरक्राफ्ट के माध्यम से 10 से 14 अक्टूबर तक परीक्षण किया गया था। ILS, एक रेडियो नेविगेशन सिस्टम है जो पायलट को कोहरे, बारिश या अन्य प्रतिकूल मौसम स्थितियों में सुरक्षित लैंडिंग करने में सहायता करता है। इस प्रणाली के कारण नोएडा एयरपोर्ट पर विभिन्न मौसम स्थितियों में भी सुरक्षित उड़ान संचालन संभव होगा।

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