'डिजिटल अरेस्ट' के बाद भी बचे बुजुर्ग : ड्रग्स के नाम पर डराने की कोशिश, ऐसे नाकाम की ठगों की योजना

UPT | symbolic image

Oct 08, 2024 21:30

साइबर अपराधियों ने सेक्टर-62 के एक बुजुर्ग को पार्सल में ड्रग्स होने की चेतावनी देकर धोखा देने की कोशिश की, लेकिन उनकी सतर्कता ने उन्हें ठगी से बचा लिया...

Noida News : यूपी में साइबर अपराधी लोगों को लगातार डिजिटल अरेस्ट कर लूट रहे हैं। वहीं इस डिजिटल युग में, साइबर अपराधी आपके डर और संदेह का लाभ उठाकर धोखाधड़ी करते हैं। इंटरनेट ने बैंकिंग, भुगतान और व्यक्तिगत जानकारी को पूरी तरह से डिजिटल कर दिया है। साइबर अपराधी मोबाइल डेटा का फायदा उठाकर धोखाधड़ी करते हैं। ताजा मामला नोएडा से सामने आया है, जिसमें एक बुजुर्ग डिजिटल अरेस्ट होने के बाद भी ठगी से बच जाते हैं।

पार्सल में ड्रग्स होने की चेतावनी
साइबर अपराधियों ने सेक्टर-62 के एक बुजुर्ग को पार्सल में ड्रग्स होने की चेतावनी देकर धोखा देने की कोशिश की, लेकिन उनकी सतर्कता ने उन्हें ठगी से बचा लिया। वायरल वीडियो में बुजुर्ग ने बताया कि हाल ही में उन्हें कई साइबर ठगों के बारे में जानकारी मिली थी। एक अनजान नंबर से आई कॉल में उन्हें धमकी दी गई, लेकिन उन्होंने सही तरीके से प्रतिक्रिया करके अपने आपको सुरक्षित रखा।



जागरूकता के कारण बची संपत्ति
कॉलर ने खुद को कुरियर सेवा का कर्मचारी बताते हुए बुजुर्ग को बताया कि उनके नाम और पते का इस्तेमाल कर एक पार्सल भेजा गया है, जिसमें ड्रग्स और विदेशी मुद्रा है। इसके बाद कॉल को कथित पुलिस अधिकारियों के पास ट्रांसफर कर दिया गया। पूछताछ के नाम पर आरोपियों ने बुजुर्ग को 24 घंटे तक डिजिटल गिरफ्तारी में रखा और उनसे अपने बैंक खाते की रकम दूसरे खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा। जब बुजुर्ग ने बार-बार मना किया, तो ठगों ने उनसे संपर्क तोड़ लिया। हालांकि, बुजुर्ग इस डिजिटल ठगी के बारे में पहले से जागरूक थे, जिससे वे बचने में सफल रहे।

Also Read