नोएडा में साइबर क्राइम का मामला : युवती को 25 घंटे रखा डिजिटल अरेस्ट, सीबीआई अधिकारी बनकर 9.90 लाख रुपये ऐंठे

UPT | नोएडा में साइबर क्राइम का मामला

Oct 08, 2024 11:49

नोएडा से साइबर अपराध का एक नया मामला सामने आया है, जिसमें एक युवती को 25 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर उससे 9.90 लाख रुपये की ठगी की गई।

Noida News : नोएडा से साइबर अपराध का एक नया मामला सामने आया है, जिसमें एक युवती को 25 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर उससे 9.90 लाख रुपये की ठगी की गई। साइबर अपराधियों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर पीड़िता को जेल भेजने की धमकी दी और उसे 12 अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर कर दिया। ठगी का शिकार हुई युवती ने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस अब इस घटना की गहराई से जांच कर रही है।

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सीबीआई अधिकारी बनकर डराया और पैसा ऐंठा
दिल्ली के ओखला की रहने वाली निदा शिरीन, जो नोएडा के सेक्टर-50 स्थित एक निजी कंपनी में काम करती हैं, इस ठगी का शिकार बनी हैं। कुछ दिन पहले, जब निदा अपने दफ्तर में काम कर रही थीं, तभी उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और कहा कि निदा के बैंक खाते का उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया है। इसके साथ ही बताया गया कि हैदराबाद के एक थाने में इस मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। 

कथित अधिकारी ने दी ये धमकी
इसके बाद कथित अधिकारी ने निदा से कहा कि उसे जल्द ही जेल हो सकती है और पूछताछ के लिए उसे हैदराबाद बुलाया जा सकता है। डर का माहौल बनाते हुए उसे बताया गया कि जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में निदा के खाते से ट्रांजेक्शन किए गए हैं। फिर जालसाज ने व्हाट्सएप पर ईडी का नोटिस और गिरफ्तारी वारंट भेजकर उसे और भी ज्यादा डरा दिया।



25 घंटे तक डिजिटल नजरबंद और ठगी
कथित सीबीआई अधिकारी के लगातार दबाव के चलते निदा को 25 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया। इस दौरान, उसे 9.90 लाख रुपये 12 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया। ठगों ने पूरी योजना के तहत निदा को इतना भयभीत कर दिया कि वह उनके कहे अनुसार पैसे ट्रांसफर करती चली गई। 

ठगी का पता और पुलिस की कार्रवाई
जब ठगों ने निदा पर लोन लेकर और पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाना शुरू किया, तब उसे एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो रही है। इसके बाद उसने तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है और उन बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है, जिनमें ठगी के पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। साइबर क्राइम थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही केस दर्ज किया जाएगा। 

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