Ghaziabad News : नए बिल्डिंग बायलॉज से खत्म होगी पार्किंग की समस्या, नमो भारत ट्रेन कॉरिडोर के दोनों तरफ की कॉलोनियों को लाभ

UPT | गाजियाबाद विकास प्राधिकरण

Feb 07, 2024 14:21

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने बिल्डिंग बायलॉज में बदलाव किया है। नए बदलाव के मुताबिक ही अब भवन के नक्शे स्वीकृत होंगे।

Ghaziabad news: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने बिल्डिंग बायलॉज में बदलाव किया है। नए बदलाव के मुताबिक ही अब भवन के नक्शे स्वीकृत होंगे। अब 300 वर्गमीटर या इससे कम क्षेत्रफल के भूखंडों में पार्किंग बनाने वालों को अतिरिक्त मंजिल के निर्माण की अनुमति मिलेगी।

पार्किंग की बढ़ती समस्या को जीडीए चेयरमैन के सामने रखा
गाजियाबाद की सबसे अधिक समस्या पार्किग को लेकर है। पार्किंग के कारण सड़कों पर वाहनों की लाइनें लगी रहती है। जहां पर पार्किंग हैं भी वहां पर वाहनों का दबाव इतना अधिक होता है कि पार्किंग कम पड़ जाती है। जीडीए के अधिकारियों ने कई बार इस समस्या को बोर्ड बैठक में जीडीए चेयरमैन और मेरठ मंडलायुक्त के समक्ष रखा। जीडीए चेयरमैन और मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे ने नए बिल्डिंग बायलॉज को मंजूरी दी है। जीडीए के सामने सबसे बड़ी समस्या जमीन को लेकर है। जीडीए के पास इतनी जमीन नहीं है कि वह पार्किंग बनाने के उपयोग में ला सके। इसके लिए बिल्डिंग बायलाज में परिवर्तन किया गया है। जीडीए अधिकारियों द्वारा तैयार किए गए नए बिल्डिंग बायलॉज को अनुमति  मंडलायुक्त की तरफ से मिल गई है। अब इसको शासन के पास भेजा गया था।

शासन से मिली स्वीकृति के बाद शासनादेश किया जारी
नए बिल्डिंग बायलॉज को जीडीए ने मंडलायुक्त से मंजूरी मिलने के बाद शासन के पास भेजा था। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में चर्चा के बाद संशोधित भवन उपविधि की अनुमति मिलने के बाद शासनादेश जारी किया है।

जाने क्या है संशोधित भवन उपविधि
विकास प्राधिकरण बोर्ड बैठक में मंजूरी दिलाकर संशोधित भवन उपविधि लागू करना था। इसके तहत 12 मीटर चौड़ी सड़क पर 300 से 500 वर्गमीटर के भूखंड पर स्टिल्ट के साथ 4 फ्लोर मान्य होंगे। पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए 300 वर्गमीटर से कम क्षेत्रफल वाले भूखंड पर मकान में पार्किंग के लिए दो मीटर ऊंचाई के स्टिल्ट फ्लोर का निर्माण कराया जा सकेगा। ऐसे में 10.50 से 12.50 मीटर ऊंचाई तक भवन का निर्माण होगा। भूखंड का क्षेत्रफल 300 वर्गमीटर या इससे अधिक है तो स्टिल्ट में पार्किंग बनाने से बहु आवासीय भवनों का निर्माण 15.50 से 17.50 मीटर ऊंचाई तक किया जा सकेगा। 

बदले बिल्डिंग बायलाज से फायदा
वाहन पार्किंग की समस्या के चलते लोग घरों के बाहर अपने वाहन सड़क पर खड़े करते हैं। जिसके कारण पार्किंग को लेकर आए दिन झगड़े होते हैं। नए बिल्डिंग बायलॉज से अब भवन में पार्किंग बनाना आसान होगा। इससे कई कॉलोनियों को फायदा होगा। बदले बिल्डिंग बायलॉज का सबसे अधिक लाभ नमो भारत ट्रेन कॉरिडोर के दोनों तरफ विकसित होने वाली कालोनियों को होगा।

मकान खरीदने वाले लोगों को पार्किंग की सुविधाएं मिलेंगी
इनमें इंद्रप्रस्थ योजना, मधुबन-बापूधाम योजना, कोयल एंक्लेव, वेब सिटी और सनसिटी सहित कॉलोनियां शामिल हैं। बिल्डिंग बायलॉज में बदलाव से बिल्डिंग के नीचे पार्किंग के बाद चार मंजिला मकान बनाया जा सकता है। यह केवल बहुमंजिला इमारतों के लिए है। इन इमारतों में मकान खरीदने वाले लोगों को पार्किंग की सुविधाएं मिलेंगी। इस बारे में जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह का कहना है कि ​नए बिल्डिंग बायलाज को मंजूरी मिल गई है। नए नियमों के तहत जीडीए से नक्शा पास करवा सकेंगे। इससे शहर में पार्किंग की समस्या हल होगी। 

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