रोज वैल पब्लिक स्कूल में बाल दिवस का आयोजन : MLC हरि सिंह ढिल्लो ने कहा - मोदी-योगी के साथ खड़ा सिख समाज

UPT | रोज वैल पब्लिक स्कूल में बाल दिवस का आयोजन

Dec 21, 2024 19:59

गाजियाबाद में भाजपा महानगर द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर विजय नगर स्थित रोज वैल पब्लिक स्कूल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एमएलसी और बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधायक डॉ. हरि सिंह ढिल्लो ने शिरकत की...

Ghaziabad News : गाजियाबाद में भाजपा महानगर द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर विजय नगर स्थित रोज वैल पब्लिक स्कूल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एमएलसी और बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधायक डॉ. हरि सिंह ढिल्लो ने शिरकत की। उनके साथ पूर्व महापौर आशु वर्मा, स्कूल चेयरमैन सरदार जोगिंदर सिंह, महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी, शिक्षक रवि सिद्धार्थ, हरमीत बक्शी और साक्षी नारंग भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। यह आयोजन वीर बाल दिवस के महत्व को रेखांकित करने के लिए था।

मुख्य अतिथि ने किया संबोधित
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. हरि सिंह ढिल्लो ने अपने संबोधन में कहा, "वीर बाल दिवस हमें बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान से प्रेरणा लेने का संदेश देता है। इन महान शहीदों की गाथाएं हमारे युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।" उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय सिख समाज और उनके बलिदान को सम्मान देने वाला कदम है, जिसके लिए सिख समाज उनका आभारी है। इसके साथ ही, उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने सिख गुरुओं और समाज का सम्मान करते हुए प्रकाश पर्व मनाने का कार्य किया।



सिख समाज नहीं भूलेगा 1984 के दंगे- डॉ. ढिल्लो
डॉ. ढिल्लो ने अपनी बातों में कहा कि सिख समाज कभी भी 1984 के दंगों को नहीं भूल सकता। उन्होंने कांग्रेस सरकार की निंदा करते हुए कहा कि अकाल तख्त को नकारते हुए, सिख समाज के प्रति उसकी दमनकारी नीतियां कभी माफ नहीं की जा सकतीं। लेकिन अब मोदी और योगी सरकार की नीतियों से सिख समाज ने अपनी पहचान बनाई है और वह उनके नेतृत्व में मजबूती से खड़ा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से वीर बाल दिवस और शताब्दी समारोह की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर सुशासन दिवस मनाया जाएगा।

युवाओं को जागरूक करने का अवसर- पूर्व महापौर
पूर्व महापौर आशु वर्मा ने कहा कि वीर बाल दिवस केवल शौर्य और बलिदान का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह युवाओं को जागरूक करने का भी एक अवसर है। उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज में यह भी कहा कि हमारे देश में बाल दिवस नेहरू के जन्मदिन पर मनाया जाता है, लेकिन उनकी तरफ से बच्चों के लिए किए गए योगदानों को लेकर कोई विशेष कार्य नहीं किया गया है। इस लिहाज से वीर बाल दिवस का आयोजन, विशेष रूप से सिख गुरु के परिवारों के बलिदान को सम्मानित करना, एक सशक्त कदम है।

साहस और बलिदान का संदेश देता है ये दिन- महानगर अध्यक्ष
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्यक्ष सरदार बलप्रीत सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वीर बाल दिवस हमें अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों को याद दिलाता है। यह दिन हमें साहस और बलिदान का संदेश देता है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से युवा पीढ़ी को न केवल प्रेरणा मिलती है, बल्कि उन्हें अपने इतिहास और मूल्यों को समझने का भी एक अवसर प्राप्त होता है। भाजपा का यह कदम समाज में एकता और नई पीढ़ी में आदर्श स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

21-27 दिसंबर तक चलेंगे कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी ने बताया कि 21 से 27 दिसंबर तक साप्ताहिक शहादत दिवस मनाया जाएगा। इसके तहत सभी मंडलों और गुरुद्वारा समितियों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें प्रभात फेरी भी निकाली जाएगी। 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर विधानसभा, मंडल और मतदान केंद्रों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें उनकी कृतियों और व्यक्तित्व पर आधारित प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। वीर बाल दिवस के तहत भाजपा के सभी मंडलों में संगोष्ठियां और प्रभात फेरी का आयोजन किया जाएगा।

कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम का संचालन युवा कवि पीयूष मालवीय ने किया। इस अवसर पर भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी, मंडल अध्यक्ष हरमीत बक्शी, पूर्व पार्षद साक्षी नारंग, पार्षद कन्हैया लाल, सरदार योगेंद्र सिंह, सरदार दर्शन सिंह, सरदार मनजीत सिंह सेठी, सरदार परमजीत सिंह पम्मी, सुभाष गुप्ता, अशोक मारवाह, पार्षद ओम प्रकाश ओड, गौरव अरोड़ा, पवन शर्मा, राकेश जैन और प्रधानाचार्य धरमजीत कौर भी उपस्थित रहे। 

युवाओं से की ये अपील
कार्यक्रम के दौरान बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की तस्वीरों के माध्यम से उनके साहस और बलिदान को याद किया गया। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने युवाओं से उनके आदर्शों को अपनाने की अपील की, ताकि वे अपने जीवन में साहस और समर्पण की मिसाल कायम कर सकें। यह आयोजन वीर बाल दिवस के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

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