खरमास खत्म : खूब बजेगी शहनाई टूटेगी बाजार की सुस्ती, 500 करोड़ के कारोबार का अनुमान

UPT | मेरठ सराफा बाजार में खरीदारी करतीं महिलाएं।

Apr 16, 2024 11:14

विवाह मुहूर्त में नक्षत्र बल प्राप्त हो, भद्रा न हो और देर रात तक की लग्न सीमित न हो तो वह लग्न श्रेष्ठ माना जाता है...

Short Highlights
  • अप्रैल माह में हैंं आठ विवाह मुहूर्त
  • अप्रैल 29 को शुक्र होगा अस्त, छह मई को गुरु का अस्त
  • इस बार 35 प्रतिशत अधिक बाजार होने का अनुमान
Meerut News : हिंदू पंचांग के अनुसार, अप्रैल में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 18, 19, 20, 21, 22, 23, 26 व 28 अप्रैल हैं। विवाह के लिए गुरु और शुक्र का उदय होना अनिवार्य होता है। अप्रैल में 29 तारीख को शुक्र अस्त हो रहा है और छह मई को गुरु भी अस्त हो जाएगा। इस तरह शुक्र व गुरु के अस्त होने के कारण दोबारा मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा।

ऐसी स्थिति में मई व जून में लग्न मुहूर्त नहीं रहेंगे। तीन जून को गुरु व 28 जून को शुक्र उदय होंगे। इसके बाद जुलाई में ही विवाह मुहूर्त मिलेंगे। विवाह मुहूर्त के विषय में आचार्य का कहना है कि विवाह मुहूर्त में नक्षत्र बल प्राप्त हो, भद्रा न हो और देर रात तक की लग्न सीमित न हो तो वह लग्न श्रेष्ठ माना जाता है। वर-वधू के उज्ज्वल भविष्य के लिए दोनों की कुंडलियों का मिलान आवश्यक है। भावी दंपती के खुशहाल जीवन के लिए राशि मैत्री, गण, नाड़ी आदि का मिलान जरूरी होता है। इनके मिलान से ही शुभ मुहूर्त निकाला जाता है। 

बाजार में लगन के प्रभाव से तेजी 
खरमास में सुस्त रहे बाजार में लगन शुरू होने से तेजी आएगी। शादी के मौसम में कपड़े, गहने, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ फर्नीचर के कारोबार में तेजी आएगी।  व्यापारियों का अनुमान है कि इस बार शादी लगन में पिछले साल की अपेक्षा 35 से 40 प्रतिशत अधिक कारोबार होने की उम्मीद है। इस बार करीब 500 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है।
खरमास की मंदी के बाद कारोबार में अचानक उछाल आया है। सोने-चांदी का भाव चढ़ने के बाद भी खरीदारों की संख्या बढ़ी है। कपड़े की दुकानों में खरीदने वालों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है। जिनके परिवार में बेटी की शादी हैं, वो इलेक्ट्रानिक्स की दुकानों से एसी, फ्रिज और जरूरी सामान खरीद रहे हैं। इसके साथ फर्नीचर में डबल बेड, सोफा और आलमारी सहित अन्य सामानों की बिक्री अधिक हो रही है।

शादियों के निमंत्रण में सभी जगह पहुंचने की बड़ी चुनौती
व्यापारियों के अनुसार, इस बार शादी ब्याह के मुहूर्त भले कम हैं, लेकिन जिन्हें शादी करनी है, उन्होंने ऐसी लगन में शादी करने का निर्णय किया है। जिस दिन उनके रिश्तेदारों के यहां शादी है। बाजार में लगन की तेजी शुरू हो गई है। जिन लोगों के घर शादियां नहीं हैं, उनके सामने भी शादियों के निमंत्रण में सभी जगह पहुंचने की बड़ी चुनौती होगी। हालांकि शादियों के इन मुहूर्त में लोकसभा चुनाव का भी साया रहेगा। कुछ लोगों ने तो लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा के बाद शादी की तारीख में परिवर्तन किया है। 

इस बार अप्रैल व जुलाई दोनों लगन में अधिक शादियां
अप्रैल में आठ लगन है, जबकि जुलाई में सात लगन है। मई-जून में गुरु शुक्र अस्त है। इस कारण अप्रैल व जुलाई में 16 लगन में ही शादियां होंगी। 18 अप्रैल से लगन की शुरुआत हो रही है। व्यापारियों का मानना है कि जब चार माह लगन होती थी तो जुलाई में कम शादियां होती थीं। लेकिन इस बार अप्रैल व जुलाई दोनों लगन में अधिक शादियां हैं। लगन में मेरठ में ही अकेले 500 करोड़ रुपए के कारोबार होने की संभावना है। 
 

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