Meerut News : 357 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी मामले में आरोपी की जमानत याचिका खारिज

UPT | पश्चिम यूपी में सबसे बड़ी जीएसटी चोरी

May 07, 2024 16:21

232 फर्जी कंपनियां बनाकर 5846 करोड़ रुपए के फर्जी बिल पर इनवाइस के आधार पर 1048 करोड़ का इनपुट टैक्स क्रेडिट फर्जी तरीके से लिया...

Short Highlights
  • 91 फर्जी फार्मों के जरिए 357 करोड़ की जीएसटी चोरी
  • पूरा सिंडीकेट 232 कंपनियों के जरिए चल रहा था
  • 5846 करोड़ के फर्जी बिल पर 1048 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट
Meerut : पश्चिम यूपी में सबसे बड़ी जीएसटी चोरी मामले में आरोपी की जमानत याचिका सीजेएम सत्र न्यायालय ने खारिज कर दी है। आरोपी ने 232 फर्जी कंपनियां बनाकर 5846 करोड़ रुपए के फर्जी बिल पर इनवाइस के आधार पर 1048 करोड़ का इनपुट टैक्स क्रेडिट फर्जी तरीके से लिया था। आरोपी प्रवीण कुमार ने शातिराना तरीके से पूरा खेल खेला। लेकिन जीएसटी विभाग की नजरों से नहीं बच सका।  जीएसटी अधिकारियों ने शातिर प्रवीण कुमार की चोरी पकड़ ली।

मामला छह माह पुराना
पूरा मामला छह साल पुराना बताया जा रहा है। जिसमें 27 अक्तूबर 2024 को जीएसटी टीम ने मनोज कुमार मिश्रा को 91 फर्जी फर्मों के जरिए 357 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके बाद मास्टरमांइड अभियुक्त प्रवीण कुमार और अखिलेश तिवारी को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था।
जीएसटी के अधिकारियों ने लंबी जांच के बाद 72 हजार पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी। सीजीएसटी के विशेष अभियोजन अधिकारी लक्ष्य कुमार सिंह ने जानकारी दी कि जांच के बाद पता चला कि यह पूरा सिंडीकेट 232 कंपनियों के जरिए चल रहा था।

इसका मास्टरमाइंड प्रवीण कुमार
इसका मास्टरमाइंड प्रवीण कुमार है। सिंडीकेट ने 5846 करोड़ रुपए के फर्जी बिल व इनवाइस के आधार पर 1048 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट फर्जी तरीके से लिया। इस मामले में प्रवीण कुमार की जमानत के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। जिसे सत्र न्यायालय, मेरठ ने खारिज कर दी। इससे पहले 23 अप्रैल को एक अन्य आरोपी अखिलेश तिवारी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। जबकि मनोज मिश्रा की जमानत पहले से खारिज हो चुकी है।
 

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