सनातन यात्रा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि नायक दुश्मन से हमेशा लड़ेगा। नालायक हमेशा अपनों से लड़ेगा।
Short Highlights
मेरठ के शताब्दीनगर में चल रही कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा
अपने भजनों से श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर रहे कथावाचक प्रदीप मिश्रा
शिव जलाभिषेक करने से लेकर पूजन विधि के बारे में दी जानकारी
Meerut News : मेरठ के शताब्दीनगर में इन दिनों कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की ओर से शिव महापुराण कथा का वर्णन किया जा रहा है। शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव स्तुति की महिमा का वर्णन किया। शिव महापुराण की कथा में इन दिनों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
माता-पिता को बच्चों को संस्कान देने के लिए प्रेरित
पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव को जलाभिषेक करने से लेकर पूजन विधि के बारे में जानकारी दी। इसके बाद भजन, भर दिया भंडार काशी वाले ने, कर दिया मालामाल काशी वाले ने...सुनाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथा व्यास ने माता-पिता को बच्चों को संस्कार देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिव के स्वरूप का प्रतिबिंब शिवमहापुराण है। शिव स्तुति पूजा से सभी प्रकार के कष्ट और दुख नष्ट होते हैं। इससे अनंत सुख की प्राप्ति होती है।
कथा आरंभ होने से पूर्व व्यास पीठ पर लड्डू गोपाल को विराजमान किया। कथा व्यास प्रदीप मिश्रा ने कहा कि शिव को जल चढ़ाने वाले की कभी बर्बादी नहीं होती। शिव मंदिर में दान करने पर एक हजार अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है।
पार्वती जी ने चिंतित होकर कहा
उन्होंने कहा कि शंकर जी की परिक्रमा करने पर उन्होंने गणेश जी को प्रथम देव का आशीर्वाद दिया। पार्वती जी ने चिंतित होकर कहा कि आप वचन दो कि अब कोई परिक्रमा नहीं करेगा। तब शिव ने कहा कि आज से आधी परिक्रमा करके वापस आने पर परिक्रमा पूरी मानी जाएगी। कथा व्यास ने कहा कि विदेश में लोग दिमाग से प्यार करते हैं। भारत भूमि पर लोग दिल से प्रेम करते हैं। इसीलिए देवी-देवताओं ने भारत भूमि पर अवतार लिए। विदेश की भूमि पर किसी भी देवता ने अवतार नहीं लिया।
मंदिर में घर से लेकर जाएं जल का लोटा
प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जल का पात्र और जल देखकर शिव समझते हैं कि घर की क्या दशा है। शिवालय में लोटा और जल अपने घर से लेकर जाना चाहिए। नेत्र में आंसू बता देते हैं। यह आंसू खुशी के हैं या गम के हैं।
शिव की कृपा पाने के लिए करें जलाभिषेक
शिव की कृपा चाहते हो तो तीन काम किसी भी सोमवार से शुरू करें। सुबह शिवलिंग पर जलाभिषेक करें। दोपहर में बेल पत्र के वृक्ष पर अक्षत का दाना डालकर वृक्ष की परिक्रमा करें। शाम के समय शिव मंदिर के द्वार पर घी का दीप जलाएं।
मजा आ रहा है जीने में...पर झूमे श्रद्धालुगण
प्रदीप मिश्रा ने भजन, मजा आ रहा जीने में महादेव धड़क रहा सीने में...सुनाया तो श्रद्धालुगण शिव के जयघोष करने लगे।
दुश्मन से हमेशा लड़ता है नायक
सनातन यात्रा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि नायक दुश्मन से हमेशा लड़ेगा। नालायक हमेशा अपनों से लड़ेगा। जब कोई सनातनी सनातन का विरोध करेगा तो वह नालायक कहलाएगा। थोड़ी सी वोट के लिए लोभी सनातन को बुरा कह देते हैं।