Mirzapur
ऑथर Jyoti Karki

मिर्जापुर का खास इतिहास : यूपी का खास जिला मिर्जापुर संजोए है खास इतिहास, जानिए इस जिले की खासियत

wikipedia | District Mirzapur

Nov 20, 2023 15:57

मिर्जापुर, अपने आप में सांस्‍कृतिक और ऐतिहासिक गाथाओं को संजोए हुए है। यह जिला यहां मिलने वाले पिंक पत्‍थर के लिए भी बखूबी जाना जाता है। वहीं पर्यटन के हिसाब से भी यह जिला काफी महत्‍वपूर्ण भी है।

Short Highlights
  • यूपी का खास जिला मिर्जापुर संजोए है खास इतिहास, जानिए इस जिले की खासियत 
  • पर्यटन की  दृष्टि से मिर्जापुर
  • यहां मिलता है पिंक स्‍टोन
Mirzapur : यूपी के विंध्‍याचल मंडल या मिर्जापुर मंडल का खास जिला मिर्जापुर, अपने आप में सांस्‍कृतिक और ऐतिहासिक गाथाओं को संजोए हुए है। यह जिला यहां मिलने वाले पिंक पत्‍थर के लिए भी बखूबी जाना जाता है। वहीं पर्यटन के हिसाब से भी यह जिला काफी महत्‍वपूर्ण भी है। जहां आपको मंदिर, मस्जिद, जलप्रपात, झरने और आश्रम बहुत कुछ मिलेगा। जानिए मिर्जापुर की गाथा हमारे साथ। 

पर्यटन की  दृष्टि से मिर्जापुर
पर्यटन की दृष्टि से मिर्ज़ापुर उत्तर प्रदेश का काफी महत्वपूर्ण जिला माना जाता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक वातावरण बरबस लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचती है। मिर्ज़ापुर में स्थित विंध्याचल धाम भारत के प्रमुख हिन्दू धार्मिक स्थलों में से एक है। इसके अतिरिक्त सीताकुण्ड, लाल भैरव मंदिर, मोती तालाब, टांडा जलप्रपात, विल्डमफ़ॉल झरना, तारकेश्‍वर महादेव, महा त्रिकोण, शिवपुर, चुनार किला, गुरूद्वारा (गुरू दा बाघ) और रामेश्‍वर,  देवरहा बाबा आश्रम, अड़गड़ानंद आश्रम व अन्य छोटे बड़े जल प्रपातों आदि के लिए प्रसिद्ध है। 

यहां मिलता है पिंक स्‍टोन
मिर्ज़ापुर भदोही, वाराणसी, सोनभद्र, इलाहाबाद से घिरा हुआ है। भारत का अंतराष्ट्रीय मानक समय मिर्ज़ापुर जिले के अमरावती चौराहा स्थान से लिया गया है। मिर्ज़ापुर ग़ुलाबी पत्थरों (पिंकस्टोन) के लिये बहुत विख्यात है। प्राचीन समय में इस पत्थर का प्रयोग मौर्य वंश के राजा सम्राट् अशोक के द्वारा बौद्ध स्तूप एवं अशोक स्तम्भ (वर्तमान में भारत का राष्ट्रीय चिन्ह) को बनाने में किया गया था। मिर्ज़ापुर के लोगों की मूल भाषा मिर्ज़ापुरी है तथा हिन्दी एवं भोजपुरी भी चलन में है।

शै‍क्षणिक संस्‍थान
मिर्ज़ापुर में मेडिकल कॉलेज के साथ ही इंजीनियरिंग कॉलेज भी हैं। यहां पर दो बड़े इंजीनियरिंग कॉलेज शिक्षा को नया मुकाम देते हैं| बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का दक्षिणी परिसर भी मिर्जापुर में स्थित, जो बरकछा मे पहाड़ी के ऊपर हैं। इसमें प्रमुख वेटरनरी विद्यालय स्थित हैं, जो पशुओं का बहुत बड़ा अस्‍पताल है। साथ ही इस वेटरनरी कॉलेज में 1000 से ज्यादा विद्यार्थी अध्यापन करते हैं। 

नाम को लेकर संशय
इस जनपद के नाम को लेकर कई भ्रांतियां फै‍ली हुई हैं। कुछ प्राचीन लोककथाओं के अनुसार विंध्याचल, अरावली एवं नीलगिरी से घिरे हुए इस क्षेत्र को विंध्यक्षेत्र के नाम से जाना जाता है। समयांतराल विंध्यक्षेत्र में विभिन्न क्षेत्रों का अलग-अलग नामकरण हुआ। जैसे की मांडा के समीप के क्षेत्र पम्पापुर के नाम से, वर्तमान का अमरावती क्षेत्र गिरिजापुर के नाम से तथा आसपास का क्षेत्र सप्त सागर के नाम से विख्यात हुआ।

ऐतिहासिक मिर्जापुर
बताते हैं कि 17वीं शताब्दी में जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में तेज़ी से अपने पांव पसार रही थी और कलकत्ता से लेकर दिल्ली तक कंपनी का कारोबार फैलता ही जा रहा था, तब कंपनी के अफसरों को मध्य भारत में भी अपना व्यापार फैलाने की आवश्यकता महसूस हुई। इसी सन्दर्भ को ध्‍यान में रखते हुए अफसरों ने गंगा के रास्ते में पड़ने वाले लगभग सभी नगरीय क्षेत्रों का गहन अध्ययन किया। तमाम क्षेत्रों में विंध्याचल एवं गंगा की बांहों में फैला विंध्यक्षेत्र अंग्रेजी अफसरों को भा गया। जिसको लेकर 1735  ई. में लॉर्ड मर्क्यूरियस वेलेस्ले नाम के एक अंगरेज अफसर ने इस क्षेत्र की स्थापना मिर्ज़ापुर नाम से की थी।

मिर्जापुर का शाब्दिक अर्थ
मिर्ज़ा शब्द अंग्रेजी शब्दकोश में 1595 ई. से जुड़ा है, जिसका शाब्दिक अर्थ है "राजाओं का क्षेत्र"। माना जाता है कि इस शब्द की व्युत्पत्ति अमीर एवं ज़ाद (पर्सियन शब्‍द) को मिलाकर बनाए शब्द अमीरजादा से हुई। पर्शिया में अमीरजादा के लिए एक शब्द मोरजा भी है। अतः अंग्रेज़ों ने अपने क्षेत्र विस्तार के समय मिर्ज़ा शब्द को उपाधि की तरह उपयोग किया तथा क्षेत्र का नाम "मिर्ज़ापुर" रखा। जिसका अर्थ हुआ राजाओं का क्षेत्र। कुछ स्थानों पर अपभ्रंश के रूप में "मीरजापुर" नाम भी चलन में देखा जाता है।

जिले की जनसंख्या
आधिकारिक जनगणना 2011 के अनुसार मिर्जापुर की जनसंख्या 24,96, 970 थी। जिसमें पुरुषों और महिलाओं की संख्‍या क्रमशः 13,12,302 और 11,84,668 थी। मिर्जापुर जिले की आबादी कुल उत्तर प्रदेश की जनसंख्या का 1.25 प्रतिशत है। 2001 की जनगणना में, मिर्जापुर जिले के लिए, यह आंकड़ा उत्तर प्रदेश का 1.27 प्रतिशत था। 2001 के अनुसार आबादी की तुलना में 2011 की जनसंख्या में 18 प्रतिशत का परिवर्तन हुआ था। भारत की पिछली जनगणना में, मिर्जापुर जिला ने 1991 की तुलना में इसकी आबादी में 27.44 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी।
 

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