सोनभद्र में लागू होगी नो 'हेलमेट, नो फ्यूल' योजना : सड़क सुरक्षा को मिलेगा बढ़ावा,आप भी जानें क्या है पूरा मामला 

UPT | जिलाधिकारी बीएन सिंह।

Jan 20, 2025 01:16

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सोनभद्र जिले में नो हेलमेट, नो फ्यूल योजना लागू की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि परिवहन आयुक्त, उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देशानुसार यह कदम उठाया गया है। राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं में 50% कमी लाने के लिए ठोस और प्रभावी रणनीतियों पर जोर दिया है।

Sonbhadra News : सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए सोनभद्र जिले में "नो हेलमेट, नो फ्यूल" योजना लागू की जाएगी। जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने इस योजना के क्रियान्वयन की जानकारी देते हुए बताया कि यह निर्देश परिवहन आयुक्त, उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देशानुसार दिया गया है।



सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने का प्रयास
सड़क दुर्घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि के मद्देनजर भारत सरकार ने गहरी चिंता व्यक्त की है। राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की हालिया बैठक में मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत कमी लाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए दीर्घकालिक और प्रभावी रणनीतियों को अपनाने पर जोर दिया गया है।

"नो हेलमेट, नो फ्यूल" योजना का उद्देश्य
"नो हेलमेट, नो फ्यूल" योजना का मुख्य उद्देश्य दोपहिया वाहन चालकों और उनके सहयात्रियों को हेलमेट पहनने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह न केवल सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा बल्कि नागरिकों में जिम्मेदारी और अनुशासन की भावना को भी विकसित करेगा।

हेलमेट पहनना अनिवार्य
मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 129 और उत्तर प्रदेश मोटरयान नियमावली, 1998 के नियम 201 के तहत मोटरसाइकिल चालकों और उनके सहयात्रियों के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा प्रमाणित हेलमेट पहनना अनिवार्य है। इस प्रावधान का उल्लंघन करने पर मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 177 के तहत जुर्माना लगाया जाएगा।

पेट्रोल पंपों पर नए नियम लागू
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के सभी पेट्रोल पंप संचालकों और स्वामियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने प्रांगण में "नो हेलमेट, नो फ्यूल" के बड़े-बड़े होर्डिंग 26 जनवरी 2025 से पहले लगवा लें। इस तारीख से किसी भी ऐसे दोपहिया वाहन चालक को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा, जिसने हेलमेट नहीं पहना हो।

सीसीटीवी कैमरे होंगे अनिवार्य
सभी पेट्रोल पंप संचालकों को अपने प्रतिष्ठान में सीसीटीवी कैमरे सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं। यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी विवाद की स्थिति में सीसीटीवी फुटेज की मदद से आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

योजना की सफलता पर नागरिकों की जिम्मेदारी
इस योजना के तहत नागरिकों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने और हेलमेट पहनने की आदत विकसित करने पर जोर दिया गया है। यह केवल जुर्माने से बचने का उपाय नहीं है, बल्कि अपनी और दूसरों की जान बचाने का माध्यम भी है।

सड़क दुर्घटनाओं को मुक्त करने की दिशा में एक प्रभावी कदम
सोनभद्र में लागू हो रही "नो हेलमेट, नो फ्यूल" योजना जिले को सड़क दुर्घटनाओं से मुक्त करने की दिशा में एक प्रभावी कदम है। यह न केवल सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाएगी, बल्कि नागरिकों में सुरक्षा और अनुशासन की भावना भी विकसित करेगी। जिलाधिकारी के अनुसार, यदि इस योजना का सही तरीके से पालन किया गया, तो यह सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में मील का पत्थर साबित होगी। 

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