Sonbhadra
ऑथर Asmita Patel

कौन हैं विधायक रामदुलार गोंड : किसान परिवार से हैं लेकिन छवि दबंगों वाली, रेप केस में हो गई 25 साल की सजा

Uttar Pradesh Times | Ramdular Gond

Dec 21, 2023 19:51

सोनभद्र के दुद्धी से बीजेपी विधायक रामदुलार गोंड को रेप के एक मामले में कोर्ट ने 25 साल की सजा सुनाई है, साथ ही 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। 4 नवंबर 2014 को उन पर रेप के आरोप लगे थे, तब उनकी पत्नी सुरतन देवी रासप्रहरी गांव रासप्रहरी गांव की प्रधान थीं।

Sonbhadra News : सोनभद्र के दुद्धी से बीजेपी विधायक रामदुलार गोंड को रेप के एक मामले में कोर्ट ने 25 साल की सजा सुनाई है, साथ ही 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। 4 नवंबर 2014 को उन पर रेप के आरोप लगे थे, तब उनकी पत्नी सुरतन देवी रासप्रहरी गांव की प्रधान थीं। रामदुलार गोंड ने सालभर तक पीड़िता का रेप किया।  

दबंग नेता वाली है छवि
रामदुलार गोंड सोनभद्र जिले के दुद्धी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। वह गोंड समुदाय से आते हैं। रामदुलार गोंड की छवि दबंग नेता वाली है। 49 वर्षीय रामदुलार गोंड दुद्धी के रासप्रहरी गांव के रहने हैं। रामदुलार सपा नेता और पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड के चुनाव प्रबंधक थे, जिन्हें उन्होंने 2022 में दुद्धी में 6 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। 

किसान परिवार से हैं
उनके 2022 के चुनावी हलफनामे के अनुसार, रामदुलार कक्षा 12 तक शिक्षित हैं। वे किसान परिवार से आते हैं। उनके पास 14.64 लाख रुपये की चल संपत्ति और 86 लाख रुपये की अचल संपत्ति है। उनकी पत्नी के पास 16.43 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1.23 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।

2018 में भाजपा में शामिल हुए 
रामदुलार की ग्राम प्रधान से विधायक बनने तक की यात्रा सोनभद्र में कई लोगों के लिए तेज और आश्चर्यजनक थी। राजनीति में उनका उदय सात बार के विधायक विजय सिंह गोंड के लिए काम करने के दौरान शुरू हुआ, आखिरकार दोनों के बीच मतभेद पैदा हो गए। रामदुलार बाद में 2018 में भाजपा में शामिल हो गए और 2022 में दुद्धी सीट के लिए भाजपा का टिकट हासिल किया। 

रामदुलार का राजनीतिक प्रभाव 
गोंड अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी से आते हैं, लेकिन रामदुलार की राजनीतिक यात्रा को सोनभद्र में आरएसएस के एक वरिष्ठ नेता का समर्थन हासिल था, बावजूद इसके कि वह संगठन से जुड़े नहीं थे। रामदुलार का राजनीतिक प्रभाव दो बार गांव के मुखिया के रूप में उनके पिछले कार्यकालों और 2012 में उनकी पत्नी के ग्राम प्रधान के रूप में सफल चुनाव से और मजबूत हो गया था। 2021 में स्थानीय ब्लॉक विकास समिति में उनकी भागीदारी ने इस क्षेत्र में उनकी मान्यता और स्थिति को बढ़ाया।

रामदुलार गोंड बलात्कार मामला
यह घटना 4 नवंबर, 2014 को सामने आई थी, जब एक 15 वर्षीय लड़की ने अपने भाई को बताया था कि ग्राम प्रधान सूरतन देवी का पति रामदुलार गोंड एक साल से अधिक समय से उसके साथ रेप कर रहा था। सोनभद्र जिले के एक पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 506 (आपराधिक धमकी) और पॉक्सो अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। करीब 9 साल तक चली लंबी बहस के बाद पीड़िता को न्याय मिला और भाजपा विधायक को सजा सुनाई गई है।

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