Bijnor News : किशोरी दुष्कर्म पीड़िता ने बालक को जन्म दिया, परिजन बोले-हम पालेंगे बच्चे को

UPT | प्रतीकात्मक फोटो।

Sep 08, 2024 00:07

अस्पताल में किशोरी ने बच्चे को जन्म दिया तो परिजनों ने कहा कि हम बच्चे को पालेंगे। परिजनों ने दुष्कर्म के आरोपी को कड़ी सजा दिलाने की बात कही। अस्पताल में किशोरी और नवजात दोनों स्वस्थ्य हैं। 

Short Highlights
  • मेरठ के अस्पताल में पीड़िता ने दिया बच्चे को जन्म
  • परिजनों को साढ़े आठ माह बाद पता चला बेटी गर्भवती है
  • गांव के व्यक्ति ने किया था दस माह पहले 15 साल की किशोरी से दुष्कर्म
Bijnor News : मेरठ के एक अस्पताल में बिजनौर की दुष्कर्म पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया। दुष्कर्म पीड़िता की उम्र 15 साल की है। जिस व्यक्ति ने किशोरी से दुष्कर्म किया वो जेल में बंद हैं। दुष्कर्म पीड़िता ने घटना को अपने परिजनों से भी छिपाकर रखा। 15 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता के गर्भवती होने का पता साढ़े आठ माह चला। जब उसको पेट में दर्द की शिकायत रहने लगी। अस्पताल में किशोरी ने बच्चे को जन्म दिया तो परिजनों ने कहा कि हम बच्चे को पालेंगे। परिजनों ने दुष्कर्म के आरोपी को कड़ी सजा दिलाने की बात कही। अस्पताल में किशोरी और नवजात दोनों स्वस्थ्य हैं। 

मामला बिजनौर के थाना धामपुर क्षेत्र के एक गांव का
मामला बिजनौर के थाना धामपुर क्षेत्र के एक गांव का है। थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने किशोरी से 10 माह पहले दुष्कर्म किया था। पीड़िता किशोरी ने दुष्कर्म की घटना को परिजनों से छुपाए रखा। परिजनों को जब इसका पता लगा और उन्होंने बेटी का अल्ट्रासाउंड कराया। पीड़िता के 8 माह से अधिक के गर्भवती होने की जानकारी परिजनों को हुई।

पॉक्सो अधिनियम के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई
परिजनों ने घटना की जानकारी की तो किशोरी ने पूरी घटना परिजनों को बता दी। परिजनों ने 27 जुलाई 2024 को आरोपी के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सीओ एस कुमार का कहना है कि दुष्कर्म पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया। अस्पताल से छुट्टी होने पर पुलिस ने नवजात शिशु उसकी मां को परिजनों की मौजूदगी में सौंप दिया है। 

किसी को गोद नहीं देंगे खुद पालन करेंगे
पीड़िता के माता पिता ने कहा है कि वो बच्चे का खुद ही पालन करेंगे। बच्चा किसी को गोद नहीं देंगे। भगवान ने जो उनके नसीब में लिखा था, वह कोई नहीं मिटा सकता। किशोरी के माता-पिता के इस फैसले से गांव के लोग खुश हैं। गांव वालों ने परिजनों के इस फैसले की सराहना की है। परिजनों का कहना है कि इसमें इस मासूम की क्या गलती है। हम इसका पालन-पोषण करेंगे। 

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