संभल मस्जिद विवाद : मायावती ने जताई चिंता, कहा- सदभाव व माहौल को बिगाड़ने का सुप्रीम कोर्ट ले संज्ञान

UPT | संभल मस्जिद विवाद पर बोली मायावती

Nov 22, 2024 13:20

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने संभल जिले की शाही जामा मस्जिद में हुए विवाद पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट...

Sambhal News : उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने संभल जिले की शाही जामा मस्जिद में हुए विवाद पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग की है। मायावती का कहना है कि इस तरह के विवादों से राज्य में सद्भाव और सांप्रदायिक माहौल खराब हो सकता है और इसके प्रति सरकार और न्यायालय को उचित कदम उठाने चाहिए।

मायावती ने लिखा...
मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि यूपी के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को लेकर अचानक विवाद, सुनवाई और फिर उसके फौरन ही बाद आपाधापी में सर्वे की खबरें राष्ट्रीय चर्चा व मीडिया की सुर्खियों में है, किन्तु इस प्रकार से सदभाव व माहौल को बिगाड़ने का संज्ञान सरकार तथा मा. सुप्रीम कोर्ट को भी जरूर लेना चाहिए।
 
क्या है संभल मस्जिद विवाद?
संभल की शाही जामा मस्जिद में हाल ही में एक कोर्ट आदेश के बाद रात के समय सर्वे कराया गया। जिसके बाद यह मामला राष्ट्रीय चर्चा में आ गया। यह घटनाक्रम खासतौर पर जुमे की नमाज से पहले सामने आया जब इस मस्जिद के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। पीएसी और पुलिस की तैनाती से यह साफ था कि प्रशासन इस संवेदनशील मसले पर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था।


जुमे की नमाज के लिए सुरक्षा व्यवस्था
शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज की तिथि 22 नवंबर 2024 को निर्धारित की गई थी और इसकी विशेष व्यवस्था की गई थी। मस्जिद प्रशासन और पुलिस प्रशासन दोनों ने मिलकर व्यवस्था को काबू में रखने की कोशिश की। जुमे की नमाज 1:30 बजे शुरू होगी। मस्जिद कमेटी ने अपने अनुयायियों से अपील की है कि वे अपनी स्थानीय मस्जिदों में नमाज अदा करें और शाही जामा मस्जिद में भीड़ जमा न होने दें। केवल वे लोग जो आमतौर पर इस मस्जिद में नमाज अदा करते हैं, उन्हें ही इस बार शाही जामा मस्जिद में नमाज अदा करने की अनुमति दी जाएगी। मस्जिद कमेटी ने यह भी कहा कि इस दौरान कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें और अफवाहों से बचें।

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