विधानसभा में योगी का विपक्ष पर निशाना : शफीकुर्रहमान के बयान का जिक्र कर बोले- राम, कृष्ण और बुद्ध की परंपरा रहेगी, बाबर और औरंगजेब की नहीं

UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ

Dec 16, 2024 17:27

मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और दिवंगत सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क के पुराने बयान का उल्लेख किया, जिससे प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है...

Moradabad News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राज्य विधानसभा में विपक्ष और उसकी आलोचनाओं पर जोरदार जवाब दिया। उन्होंने संभल और बहराइच की हिंसा पर सरकार का पक्ष रखा। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और दिवंगत सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क के पुराने बयान का उल्लेख किया, जिससे प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है।

पूर्व सपा नेता को लेकर क्या बोले
दरअसल, सीएम योगी ने शफीकुर्र रहमान बर्क के उस बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने खुद को कभी भी भारत का नागरिक नहीं बताया था और बाबर की संतान होने का दावा किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि शफीकुर्र रहमान बर्क हमेशा यह कहते थे कि वे बाबर के वंशज हैं, न कि भारत के नागरिक। इस बयान को लेकर उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी और पूछा कि क्या इस बात को स्वीकार नहीं किया जाता है।



राम-कृष्ण और बुद्ध की परंपरा चलेगी- सीएम
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि लोगों को यह निर्णय लेना होगा कि वे आक्रांताओं को अपना आदर्श मानते हैं या भारत की परंपराओं के प्रतीक राम, बुद्ध और कृष्ण को। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत में राम, कृष्ण और बुद्ध की परंपरा ही रहेगी, बाबर और औरंगजेब की परंपरा को किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। 

कुंदरकी को लेकर बोले
इसके अलावा, कुंदरकी उपचुनाव का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि वहां के पठान और शेख समुदाय के लोग यह मानते हैं कि उनके पूर्वज हिंदू थे। उन्होंने न्यायालय के आदेश पर हो रहे सर्वे का भी उल्लेख किया और कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लोग सामान्य बोलचाल में राम-राम का संबोधन करते हैं, तो फिर जय श्री राम को सांप्रदायिक कैसे माना जा सकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर कोई जय श्री राम कहता है तो उसमें कोई उत्तेजना नहीं है, यह चिढ़ाने या विवाद उत्पन्न करने का प्रयास नहीं है।

देसी-विदेशी मुसलमानों के बीच वर्चस्व की लड़ाई- सीएम
वहीं संभल में हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा में सरकार का पक्ष रखते हुए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि संभल में देसी और विदेशी मुसलमानों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है, खासकर तुर्क और पठान समुदाय के बीच विवाद जारी है। सीएम ने सवाल उठाया कि क्या यह सच नहीं है कि इस इलाके में देसी और विदेशी मुसलमानों के बीच यह संघर्ष हो रहा है।

1978 के दंगे का किया जिक्र
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि 1947 से अब तक संभल में 209 हिंदुओं की हत्या हो चुकी है, लेकिन इन हत्याओं पर कभी भी कोई संवेदनशील बयान नहीं आया। उन्होंने आरोप लगाया कि घड़ियाली आंसू बहाने वाले लोगों ने कभी निर्दोष हिंदुओं के लिए आवाज नहीं उठाई। सीएम ने 1978 के दंगे का उल्लेख करते हुए कहा कि एक वैश्य व्यवसायी के साथ हुए दंगे में हिंदू व्यापारियों को घेरकर उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया, जिनसे पहले हाथ, फिर पैर और अंत में गला काटने जैसी घटनाएं हुईं।

विपक्ष पर लगाया आरोप
सीएम ने यह भी कहा कि जब किसी ने सौहार्द की बात की तो विरोध करने वाले लोगों को शर्म आनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि 1978 से बजरंग बली के मंदिर को खुलने नहीं दिया गया और 22 कुएं भी इन लोगों द्वारा बंद किए गए थे। सीएम ने यह भी आरोप लगाया कि इन समुदायों ने हमेशा तनावपूर्ण माहौल पैदा किया और पत्थरबाजी जैसे घटनाओं के जरिए माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन अब वे खुद को निर्दोष साबित करने का प्रयास कर रहे हैं।

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