Mecca Indian Pilgrims Death : मक्का में हज यात्रा के दौरान 90 भारतीयों ने गवाई जान, क्या भारत लाई जाएगी डेडबॉडी या वहीं की मिट्टी में होंगे दफन

UPT | मक्का में हज यात्रा के दौरान 90 भारतीयों ने गवाई जान

Jun 20, 2024 16:49

सऊदी अरब के मक्का में हज यात्रा में गए लोगों में अब तक 600 से अधिक यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है। इनमें से 90 भारतीय यात्री भी शामिल हैं। अधिकांश मृत्यु के मामले मिस्री और जॉर्डनी...

New Delhi News : सऊदी अरब के मक्का में हज यात्रा में गए लोगों में अब तक 600 से अधिक यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है। इनमें से 90 भारतीय यात्री भी शामिल हैं। अधिकांश मृत्यु के मामले मिस्री और जॉर्डनी हज यात्रियों के हैं, जहां 300 से अधिक मिस्री और 60 जॉर्डनी नागरिकों की मौत हुई है। इस हादसे की मुख्य वजह गर्मी बताई गयई है। मक्का में तापमान 52 डिग्री तक पहुंच गया था, जिससे यात्रियों को यहां रहना मुश्किल हो रहा हैं।


मक्का से भारत नहीं आएगी डेडबॉडी
भारतीय हज यात्रियों के अंतिम संस्कार के संबंध में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। जिसमें दिल्ली हज कमेटी की चेयरमैन कौसर जहां ने बताया है कि भारतीय हज यात्रियों की डेडबॉडी को मक्का से भारत नहीं भेजा जाएगा। उनका अंतिम संस्कार वहीं होगा। इस प्रक्रिया के लिए उनके परिजनों से कंसेंट फॉर्म भरवाया जाएगा। इसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होगी।

मक्का में ही दफन होगी हज यात्रियों के डेडबॉडी
भारतीय हज यात्रियों के डेडबॉडी को भारत लाने के सवाल पर दिल्ली हज कमेटी की चेयरमैन ने बताया कि मक्का में होने वाले हज यात्रियों के देहांत के मामले में भारतीय सरकार द्वारा उनके शरीर को भारत लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके बजाय उनका अंतिम संस्कार मक्का में ही किया जाएगा। दिल्ली हज कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि इस निर्णय के पीछे की मुख्य वजह है मक्का का महत्व। मुस्लिम समाज में मक्का और मदीना के स्थानों को बहुत ही पवित्र माना जाता है और इस बात का मान्यता है कि यहां की मिट्टी में दफन होना उनके लिए सौभाग्य है। हज यात्रा पर जाने वाले कई लोग इस बात का विचार करते हैं कि अगर मौत इस यात्रा के दौरान आ जाए तो उनका शरीर मक्का में ही दफन कर दिया जाए, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिल सके। हज यात्री के परिजनों से सहमति फॉर्म भरवाया जाता है, जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार मक्का में किया जाता है। यह निर्णय धार्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि के साथ आत्मिक प्रसन्नता की दिशा में होता है, जो हज यात्रा के मान्यताओं और परंपराओं को मानते हुए लिया गया है।

मक्का में ही परिवार को मिलेगा डेड सर्टिफिकेट 
दिल्ली हज कमेटी के डिप्टी एक्जीक्यूटिव ऑफिसर मोहसिन अली बता रहे हैं कि हज यात्री के देहांत के बाद उनके साथ गए परिजन को मक्का में ही डेड सर्टिफिकेट दे दिया जाता है। इसका मतलब होता है कि उनके परिजनों को हज कमेटी द्वारा किसी भी प्रकार की आधिकारिक स्थिति या सुविधा प्रदान नहीं की जाती है। जब तक कि वे स्वयं वहां पहुंचने के लिए व्यवस्था न करें। यह सभी परिवारों के लिए एक व्यक्तिगत निर्णय होता है, जिसे वे खुद अपनी समझदारी से करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।

हजयात्री किस देश का, कैसे पता चलेगा…
मोहसिन अली ने बताया कि सभी हज यात्रियों के पास उनके देश के कार्ड होते हैं। सऊदी अरब की तरफ से उन्हें कार्ड जारी किए जाते हैं, जिसे यात्रा के दौरान वो गले में पहने रहते हैं। इसके अलावा उन्हें एक ब्रेसलेट (कड़ा) दिया जाता है, जिसे वो हाथ में पहनते हैं। इसमें उनसे जुड़ी जानकारी होती है। किसी भी आपातस्थिति में उनके कार्ड या ब्रेसलेट से उनका नाम और देश की जानकारी मिल जाती है।

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