कोवीशिल्ड पर उठ रहे सवाल : कंपनी ने कोर्ट में कबूला- हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और प्लेटलेट्स गिरने जैसे हो सकके हैं साइड इफेक्ट

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May 01, 2024 14:19

कोरोना महामारी ने पूरे विश्व में अपनी छाप छोड़ी। इस बीमारी से कई लोगों ने अपनों को खोया। इसके चलते देश को आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ के तौर पर लोगों को तोड़ कर रख दिया...

Noida News : कोरोना महामारी ने पूरे विश्व में अपनी छाप छोड़ी। इस बीमारी से कई लोगों ने अपनों को खोया। इसके चलते देश को आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ के तौर पर लोगों को तोड़ कर रख दिया। लोगों ने इससे बचने के लिए वैक्सीन भी लगवाई। अभी इस महामारी के कारण हुए जख्म भरे नहीं थे। इससे बचने के लिए लगाई गयी वैक्सीन को लेकर कई चीजें सामने आयी जो आपको परेशान कर सकती हैं। ब्रिटेन की कोर्ट में एस्ट्राजेनेका ने माना है कि उसकी वैक्सीन के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। भारत में इस वैक्सीन का उत्पादन अदार पूनावाला के सीरम इंस्टिट्यूट ने किया था। जिसको भारत समेत कई देशों के करोड़ों लोगों को लगाया गया। अब भारत में भी यह वैक्सीन लगवाने वाले लोगों में डर बैठ गया है।

कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा खुलासा 
कोरोना वैक्सीन को लेकर एक कानूनी मामले में एस्ट्राजेनेका ने कबूल किया कि उसकी वैक्सीन लोगों में खून के थक्के जमने समेत कई दुष्प्रभाव पैदा कर सकती है। अगर दूसरे शब्दों में कहें तो यह हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और प्लेटलेट्स गिरने का कारण बन सकती है। जिसके आगे इसके साथ कंपनी ने यह भी जोड़ा कि ऐसा बेहद दुर्लभ मामलों में ही होगा और आम लोगों को डरने की जरूरत नहीं है।

ऐसे पहुंचा ब्रिटेन कोर्ट में मुकदमा
एस्ट्राजेनेका कंपनी के खिलाफ ब्रिटेन में जेमी स्कॉट नाम के एक व्यक्ति ने कोर्ट में केस दर्ज किया है। उनका आरोप है कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगवाने के बाद वे ब्रेन डैमेज का शिकार हुए थे। बस इतना ही नहीं उसने बताया की मेरी तरह कई अन्य परिवारों ने भी वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को लेकर कोर्ट में कंप्लेंट फाइल कर रखी है। उनका कहना है कि यह वैक्सीन लगवाने के लिए उन्हें कई तरह के शारीरिक विकारों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके बारे में पहले नहीं बताया गया था। ये परिवार अब वैक्सीन को लेकर हुई परेशानियों को लेकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

ऐसे कंपनी ने कबूला आरोप 
यूके हाई कोर्ट में अपना जवाब दाखिल करते हुए कंपनी ने स्वीकार किया कि बेहद दुर्लभ मामलों में उनकी वैक्सीन थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) की वजह बन सकता है। जिसके कारण लोगों को हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है। इस कबूलनामे के बावजूद कंपनी लोगों की मुआवजे की मांग का विरोध कर रही है। कंपनी का कहना है कि इतने बड़े लेवल पर टीकाकरण के बाद कुछ लोगों में यह समस्या हो सकती है।

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