केजरीवाल की रिहाई पर यूपी में सियासत तेज : प्रमोद तिवारी ने बताया मोदी सरकार पर तमाचा, योगी के मंत्री बोले- न्यायपालिका स्वतंत्र

UPT | केजरीवाल की रिहाई पर यूपी में सियासत तेज

Sep 13, 2024 19:54

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की 177 दिन बाद जेल से रिहाई हो गई है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने शर्तों के साथ जमानत दी है। जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने कहा कि जेल की सलाखें हौसले को कमजोर नहीं कर सकतीं।

Short Highlights
  • केजरीवाल की रिहाई पर यूपी में सियासत तेज
  • प्रमोद तिवारी ने बताया मोदी सरकार पर तमाचा
  • अखिलेश ने बताई संविधान की जीत
New Delhi : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की 177 दिन बाद जेल से रिहाई हो गई है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने शर्तों के साथ जमानत दी है। जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने कहा कि जेल की सलाखें हौसले को कमजोर नहीं कर सकतीं। वहीं केजरीवाल की रिहाई पर यूपी की सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने इस रिहाई को मोदी सरकार पर करारा तमाचा बताया है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने कहा कि न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका और मीडिया अपने हिसाब से काम कर रहे हैं और स्वतंत्र हैं।

क्या बोले प्रमोद तिवारी?
केजरीवाल को जमानत मिलने पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पहले हेमंत सोरेन, अब अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई। ये मोदी सरकार पर करारा तमाचा है। ये सरकार जांच एजेंसी का दुरुपयोग करती है। पूरी तरह से भय और आतंक का माहौल बना हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं। मोदी सरकार सबक सीखे कि लोकतंत्र में विरोधी नेताओं को इस तरह प्रताड़ित करना सही नहीं है।

अखिलेश ने बताई संविधान की जीत
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने केजरीवाल की रिहाई पर सोशल मीडिया पर लिखा- 'दिल्ली के लोकप्रिय व जन कल्याणकारी मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी की जमानत संविधान की जीत है। संविधान विरोधी ही संविधान का दुरुपयोग करते हैं। न्याय के दरवाज़े पर दी गयी दस्तक हमेशा सुनी जाती है। दुनिया अब तक इसी परंपरा पर आगे बढ़ी है और आगे भी बढ़ती रहेगी।' हालांकि ये खबर लिखे जाने तक राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया है।

संजय निषाद ने साधा निशाना
वहीं यूपी सरकार में मंत्री संजय निषाद ने कहा कि न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका और मीडिया अपने हिसाब से काम कर रहे हैं और स्वतंत्र हैं। पिछली सरकारों में जो जांच एजेंसियां थीं वो लोगों को संरक्षण देती थीं लेकिन हमारी सरकार में वही जांच एजेंसियों लोगों को सजा दिलाने का काम कर रही हैं। न्यायपालिका के हर निर्णय का हर व्यक्ति सम्मान करता है। वहीं भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जमानत का मतलब बरी होना नहीं होता।

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