नए साल का तोहफा : अक्षरधाम से लोनी बॉर्डर तक का सफर 20 मिनट में होगा तय, जनवरी से खुलेगा नया एक्सप्रेसवे

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Nov 22, 2024 13:20

दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के लाखों यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। जनवरी 2025 से दिल्ली से यूपी बॉर्डर (लोनी) तक का सफर केवल 20 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी...

New Delhi News : दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के लाखों यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। जनवरी 2025 से दिल्ली से यूपी बॉर्डर (लोनी) तक का सफर केवल 20 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा तैयार किए जा रहे दिल्ली-देहरादून 212 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का शुरुआती चरण लगभग तैयार हो चुका है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर खेकड़ा, शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक जाएगा।

अक्षरधाम से खेकड़ा तक का निर्माण लगभग पूरा
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले चरण में अक्षरधाम से खेकड़ा तक 31.6 किलोमीटर लंबा मार्ग शामिल है। इस खंड का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर धीरज सिंह ने बताया कि इस खंड का ट्रायल सफलतापूर्वक हो चुका है और अब केवल फिनिशिंग का काम शेष है। जिसे दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। नए साल में इस मार्ग को जनता के लिए खोल दिया जाएगा।


18 किलोमीटर बनेगा एलिवेटेड रोड
अक्षरधाम से खेकड़ा तक 18 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड है। जो यात्रा को और भी सुगम बनाएगा। इस एक्सप्रेसवे पर 6-लेन मुख्य सड़क के साथ 6-लेन की सर्विस रोड भी बनाई गई है। जिससे स्थानीय यात्री भी बिना रुकावट के सफर कर सकेंगे। इस हिस्से का निर्माण 1,323 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।

समय और पैसे की बचत
इस एक्सप्रेसवे के खुलने से दिल्ली से लोनी और गाजियाबाद जाने वालों को भारी राहत मिलेगी। पहले जहां यह सफर घंटों में पूरा होता था, अब केवल 20 मिनट में पूरा हो सकेगा। सोनिया विहार, करावल नगर और यमुना पुश्ता जैसे इलाकों से एक्सप्रेसवे के जरिए सीधा खेकड़ा पहुंचा जा सकेगा। यह समय बचाने के साथ ईंधन खर्च भी कम करेगा।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
  • लंबाई : 212 किलोमीटर
  • लागत : 12,000 करोड़ रुपये
  • शुरुआत : दिल्ली के अक्षरधाम से
  • मार्ग : बागपत, शामली, सहारनपुर से देहरादून तक
  • निर्माण चरण : 4 हिस्सों में 
पहला चरण : अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) जंक्शन, खेकड़ा तक (31.6 किमी)
अन्य हिस्से : बागपत से शामली, शामली से सहारनपुर, और सहारनपुर से देहरादून तक

आधुनिक तकनीक और पर्यावरण संरक्षण का मेल
यह एक्सप्रेसवे न केवल आधुनिक तकनीक से लैस है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। इसे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया गया है जिसमें एक्सेस कंट्रोल्ड डिजाइन अपनाया गया है। इसके जरिए सड़क सुरक्षा सुनिश्चित होगी और यात्रा अधिक तेज और सुरक्षित होगी।

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को सीधा फायदा
इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने से दिल्ली-देहरादून के बीच की दूरी लगभग 4 घंटे में तय की जा सकेगी। साथ ही उत्तर प्रदेश के बागपत, शामली और सहारनपुर जैसे जिलों के विकास को भी गति मिलेगी। औद्योगिक और पर्यटन क्षेत्रों के लिए यह मार्ग बेहद लाभकारी साबित होगा।

जनवरी में मिलेगा नए साल का तोहफा
NHAI ने जनवरी 2025 तक पहले चरण को चालू करने की योजना बनाई है। इसके शुरू होने से दिल्ली, गाजियाबाद, लोनी और आसपास के इलाकों के यात्रियों के लिए यात्रा न केवल तेज होगी, बल्कि आरामदायक भी। यह परियोजना दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के परिवहन नेटवर्क को आधुनिकता की ओर एक बड़ा कदम है।

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