दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो जरा रुकें : यूपी के इन चार शहरों में करें निवेश, रियल एस्टेट सेक्टर दे रहा भयंकर रिटर्न

UPT | यूपी के इन चार शहरों में करें निवेश

Aug 14, 2024 13:59

भारत के प्रॉपर्टी निवेशक हमेशा दिल्ली-NCR, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और गोवा जैसे प्रमुख शहरों को प्राथमिकता देते रहे हैं। इन शहरों में प्रॉपर्टी की अत्यधिक मांग के कारण कीमतें तेजी से बढ़ी हैं और वर्तमान में ये रिकॉर्ड हाई पर पहुंच चुकी हैं।

Short Highlights
  • यूपी के चार शहरों में निवेश के फायदे
  • रियल एस्टेट सेक्टर देगा बंपर रिटर्न
  • टियर I शहरों से भी निकलेंगे आगे
New Delhi : भारत के प्रॉपर्टी निवेशक हमेशा दिल्ली-NCR, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और गोवा जैसे प्रमुख शहरों को प्राथमिकता देते रहे हैं। इन शहरों में प्रॉपर्टी की अत्यधिक मांग के कारण कीमतें तेजी से बढ़ी हैं और वर्तमान में ये रिकॉर्ड हाई पर पहुंच चुकी हैं। पिछले तीन वर्षों में नोएडा, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा, मुंबई मेट्रो रीजन और बेंगलुरु में फ्लैट की कीमतें दोगुनी हो चुकी हैं। हालांकि रियल्टी विशेषज्ञों का कहना है कि इन शहरों में भविष्य में कीमतों में तेज वृद्धि की संभावना नहीं है। ऐसे में, निवेशकों को नए और उभरते प्रॉपर्टी मार्केट की ओर रुख करना अधिक फायदेमंद हो सकता है। इन नए मार्केट में यूपी के भी 4 शहर शामिल हैं।

इन शहरों में कर सकते हैं निवेश
भारत की आर्थिक वृद्धि और शहरीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण बदलावों के चलते, कई नए शहर अब प्रॉपर्टी हब के रूप में उभरने वाले हैं। कोलियर्स इंडिया की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के अयोध्या, कानपुर,  लखनऊ और वाराणसी के अलावा उत्तर भारत में अमृतसर, जयपुर, पूर्व भारत में पटना और पुरी, पश्चिम भारत में द्वारका, नागपुर, शिरडी, सूरत, और दक्षिण भारत में कोयंबटूर, कोच्चि, तिरुपति, विशाखापत्तनम और इंदौर नए रियल्टी हब के रूप में उभरेंगे। ये शहर भविष्य में प्रॉपर्टी निवेशकों को शानदार रिटर्न प्रदान कर सकते हैं।

तेजी से बढ़ रही है प्रॉपर्टी की मांग
कोलियर्स इंडिया की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इन नए उभरते शहरों में प्रॉपर्टी की मांग विभिन्न श्रेणियों में तेजी से बढ़ेगी, जैसे कि ऑफिस स्पेस, वेयरहाउस, पर्यटन और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी। यह इन शहरों को भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम बनाएगा। इन शहरों के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, जैसे कि राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (एनआईपी) और पीएम गतिशक्ति जैसी पहलों, से बेहतर कनेक्टिविटी और मैन्युफैक्चरिंग में वृद्धि के साथ-साथ रियल एस्टेट के विकास में तेजी आने की संभावना है।

टियर I शहरों से भी निकलेंगे आगे
भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास रियल एस्टेट के लिए एक महत्वपूर्ण ड्राइवर साबित हो रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (एनआईपी) और पीएम गतिशक्ति जैसी योजनाओं से प्रेरित बेहतर कनेक्टिविटी और मैन्युफैक्चरिंग डेवलपमेंट में वृद्धि की वजह से टियर I शहरों से आगे भी विकास के अवसर खुलेंगे। इन नए प्रॉपर्टी हब्स में विशेष रूप से वेयरहाउसिंग और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के लिए उच्च मांग देखने को मिल सकती है, जो निवेशकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।

रियल एस्टेट सेक्टर देगा बंपर रिटर्न
जबकि प्रमुख शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें पहले ही रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं, निवेशकों को अब नए और उभरते शहरों में निवेश करने पर ध्यान देना चाहिए। इन शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें अभी भी प्रतिस्पर्धी हैं और भविष्य में उन्नति की उम्मीद है। विशेष रूप से जिन शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास योजनाओं का तेजी से कार्यान्वयन हो रहा है, वहां निवेश करने से बंपर रिटर्न की संभावना बढ़ सकती है। इस प्रकार, रणनीतिक निवेश के लिए नए प्रॉपर्टी हब्स में अवसरों की तलाश करना बुद्धिमानी हो सकती है।

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