भयंकर बारिश के बीच आई सुकून भरी खबर : एक झटके में गायब हुआ NCR का प्रदूषण, जानिए नोएडा-गाजियाबाद का AQI कितना

UPT | एक झटके में गायब हुआ NCR का प्रदूषण

Sep 14, 2024 20:33

दिल्ली-NCR में हाल ही में हुई भारी बारिश और तेज हवाओं ने इस क्षेत्र के आसमान को साफ कर दिया है और वायु गुणवत्ता को बेहतर बना दिया है। 13 सितंबर को दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 52 पर पहुंच गई

Short Highlights

एक झटके में गायब हुआ NCR का प्रदूषण
साल का सबसे बेहतर AQI दर्ज
यूपी के कई शहरों में हवा साफ

New Delhi : दिल्ली-NCR में हाल ही में हुई भारी बारिश और तेज हवाओं ने इस क्षेत्र के आसमान को साफ कर दिया है और वायु गुणवत्ता को बेहतर बना दिया है। 13 सितंबर को दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 52 पर पहुंच गई, जो इस मौसम का सबसे कम आंकड़ा है और 'संतोषजनक' श्रेणी में आता है। इसके अलावा 14 सितंबर को नोएडा का AQI 46 और गाजियाबाद का AQI 34 दर्ज किया गया, जो 'अच्छे' श्रेणी में आते हैं। बारिश और तेज हवाओं ने प्रदूषण को हटा दिया और दिल्ली-NCR की हवा को सांस लेने योग्य बना दिया है।

औसत से अधिक हो रही बारिश
दिल्ली में इस समय सामान्य से अधिक बारिश हो रही है, जिससे वर्षा का आंकड़ा 1,000 मिलीमीटर से ऊपर पहुंच चुका है। सितंबर के शुरुआती दिनों में वार्षिक और मौसमी वर्षा का औसत पार कर गया है, जो इस समय के लिए असामान्य है। 13 सितंबर को पालम में 54 मिलीमीटर और सफदरजंग में 30.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो इस साल की सबसे स्वच्छ हवा का कारण बनी। इस बार वर्षा का आंकड़ा मासिक औसत से भी अधिक है, जो सामान्य से 55 प्रतिशत ज्यादा है।

यूपी के कई शहरों में हवा साफ
इस भारी बारिश और तेज हवाओं ने दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण को काफी हद तक कम कर दिया है। 13 और 14 सितंबर को फरीदाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, और मुजफ्फरनगर जैसे इलाकों में भी वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। इन स्थानों पर एयर क्वालिटी सूचकांक काफी कम रहा, जिससे वातावरण साफ और स्वच्छ हो गया है। इस बदलाव का मुख्य कारण डिप्रेशन एक्टिविटी और सक्रिय मॉनसून ट्रफ है, जो लगातार बारिश और तेज हवाएं लाकर प्रदूषण को साफ कर रही हैं।

कैसे मापा जाता है AQI?
एयर क्वालिटी सूचकांक (AQI) की माप विधि वायु प्रदूषण के विभिन्न स्तरों को दर्शाती है। AQI 0 से 50 के बीच ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। प्रदूषण के विभिन्न स्तरों के अनुसार, वायु गुणवत्ता का प्रभाव स्वास्थ्य पर पड़ता है। अब दिल्ली-NCR में स्वच्छ हवा की स्थिति के साथ, शहरवासियों को प्रदूषण से राहत मिल रही है, और यह उम्मीद की जाती है कि आगामी दिनों में भी वायु गुणवत्ता में सुधार जारी रहेगा।

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