यूपी पुलिस पर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी : पावर का आनंद ले रहे अधिकारी, संवेदनशील होने की जरूरत, वरना...

UPT | सुप्रीम कोर्ट

Nov 28, 2024 16:33

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के गैंगस्टर अनुराग दुबे की अग्रिम जमानत पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस पर कड़ी टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा कि अनुराग दुबे शायद इसलिए पेश नहीं हो रहे हैं, क्योंकि...

New Delhi News : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के गैंगस्टर अनुराग दुबे की अग्रिम जमानत पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस पर कड़ी टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा कि अनुराग दुबे शायद इसलिए पेश नहीं हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि यूपी पुलिस उनके खिलाफ और मामले दर्ज करेगी। कोर्ट ने यूपी पुलिस से सवाल किया कि आप कितने मामले दर्ज करेंगे और इस पर कड़ा आदेश जारी कर सकते हैं। इसके साथ ही कोर्ट ने यूपी पुलिस को निर्देश दिया कि वे संवेदनशीलता से काम करें, खासकर जब मामला जमीन हड़पने से संबंधित हो।

पुलिस की कार्रवाई पर जताया असंतोष
कोर्ट ने पुलिस के वकील से पूछा कि विक्रय पत्र होने के बावजूद जमीन हड़पने की बात क्यों की जा रही है और क्या यह दीवानी या आपराधिक मामला है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि आजकल सब कुछ डिजिटल हो गया है, तो क्या सीधे समन भेजे जाते हैं? कोर्ट ने इस पर पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया और उनसे और अधिक जिम्मेदारी की उम्मीद जताई।

अनुराग दुबे को कोर्ट का आदेश
अनुराग दुबे के मामले में कोर्ट ने यह भी कहा कि वह अपना मोबाइल फोन हमेशा चालू रखेंगे और जांच में सहयोग करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा कि किसी भी मामले में बिना कोर्ट के आदेश के किसी को भी हिरासत में नहीं लिया जा सकता। अनुराग दुबे की अंतरिम जमानत जारी रहेगी और पुलिस को इस मामले में और कोई दबाव बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

अनुराग दूबे पर कई धाराओं में केस दर्ज
गौरतलब है कि फर्रुखाबाद में मऊ दरवाजा थाने में अनुराग दुबे उर्फ डब्बन के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज है, जिनमें धोखाधड़ी, मारपीट और जालसाजी शामिल हैं। कोर्ट में उपस्थित न होने पर, उनके खिलाफ हाजिरी नोटिस भी जारी किया गया है। अनुराग दुबे का भाई अनुपम दुबे, जो बसपा नेता हैं, मथुरा जेल में बंद है। अनुपम दुबे पर भी कई गंभीर आरोप हैं, जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर और ठेकेदार की हत्या शामिल है।

पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत की कार्रवाई
दोनों भाई गैंगस्टर गतिविधियों में लिप्त हैं और उनके खिलाफ कुल 10 मामलों की जांच चल रही है। इन पर आरोप है कि वे जिले में अवैध शस्त्रों और आपराधिक गतिविधियों के जरिए दहशत फैला रहे हैं। पुलिस ने इन पर शिकंजा कसते हुए गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई तेज कर दी है। इस गैंग के सदस्य लोगों को डराकर शिकायत करने से रोकते हैं, लेकिन अब पुलिस ने इस मामले पर कड़ी नजर रखी हुई है।

ये भी पढ़ें- रेलवे में नौकरी का मौका : दसवीं पास के लिए 1700 से ज्यादा पदों पर निकली भर्ती, 28 नवंबर से आवेदन शुरू

Also Read