दिल्ली-एनसीआर में फिर लागू हुआ ग्रैप-3 : वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा, जानें किन कामों पर रहेगी पाबंदी

UPT | दिल्ली-एनसीआर में फिर लागू हुआ ग्रैप-3

Jan 03, 2025 19:35

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण शुक्रवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत स्टेज 3 के प्रतिबंध फिर से लागू कर दिए गए हैं।

New Delhi : दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण शुक्रवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत स्टेज 3 के प्रतिबंध फिर से लागू कर दिए गए हैं। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर 371 तक पहुँच चुका है, जो गंभीर प्रदूषण की स्थिति को दर्शाता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार, आने वाले दिनों में मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के चलते वायु गुणवत्ता और भी खराब हो सकती है।

वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने स्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए तुरंत GRAP 3 के तहत निर्धारित प्रतिबंधों को लागू करने का निर्देश दिया है। पिछले शुक्रवार को इसे हटाया गया था, लेकिन अब प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए इसे फिर से लागू किया गया है। इसके तहत गैर-आवश्यक निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है, और कुछ विशेष प्रकार के वाहनों के संचालन पर भी पाबंदी लगाई गई है।

GRAP 3 के तहत प्रमुख प्रतिबंध
  • पूरे दिल्ली-एनसीआर में धूल फैलाने वाली और वायु प्रदूषण बढ़ाने वाली सीएंडडी गतिविधियों पर सख्त रोक रहेगी।
  • बोरिंग, खुदाई, पाइलिंग और विध्वंस कार्यों पर पाबंदी।
  • ओपन ट्रेंच सिस्टम के द्वारा सीवर, पानी की लाइन और अन्य बुनियादी ढांचे का कार्य रोका जाएगा।
  • सड़क निर्माण कार्य और प्रमुख मरम्मत कार्यों पर भी रोक रहेगी।
  • निर्माण स्थल पर धूल फैलाने वाली सामग्री का स्थानांतरण और परिवहन नहीं किया जा सकेगा।

नए नियम
  • बीएस-3 और इससे नीचे के मानकों वाले मीडियम गुड्स व्हीकल (MGV) अब दिल्ली में नहीं चल सकेंगे। हालांकि, जरूरी सामान लाने वाले वाहनों को छूट दी गई है।
  • दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड बीएस-3 और इससे नीचे के मीडियम गुड्स व्हीकल को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
  • इंटरस्टेट बसों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों को छूट दी गई है।



नागरिकों के लिए सुझाव
  • कम दूरी के लिए साइकिल का उपयोग करें या पैदल चलें।
  • कार पूलिंग का सहारा लें और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें।
  • यदि संभव हो, तो वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था करें।
  • निर्माण कार्यों और अन्य प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों को रोकने की कोशिश करें।
  • इस कदम से दिल्ली और एनसीआर के नागरिकों की सेहत को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि वायु प्रदूषण का स्तर नियंत्रित किया जा सके।

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