किसान आंदोलन : हरियाणा के इन ज़िलों में इंटरनेट सेवा हुई बहाल, दिल्ली आने वाले लोगों को मिलेगी कुछ राहत

UPT | किसान आंदोलन

Feb 25, 2024 10:52

किसान आंदोलन के चलते पंजाब से लगती कई सीमाएं भी सील की गई थी। जिसमें पंजाब से लगते ट्यूकर और इस्मा इलाहाबाद के कुम्हार माजरा बॉर्डर को...

National News : किसान आंदोलन के चलते हरियाणा सरकार ने इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया था। 13 फरवरी से हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गए थे। जिसमें कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, फतेहाबाद, सिरसा, जींद और हिसार शामिल है। उसके बाद 25 फरवरी यानी आज से इन सातों जिलों में इंटरनेट सेवाओं को शुरू कर दिया गया है, जिसके बाद यहां के लोगों को बड़ी राहत मिली है।

लोगों को मिलेगी कुछ राहत
किसान आंदोलन के चलते पंजाब से लगती कई सीमाएं भी सील की गई थी। जिसमें पंजाब से लगते ट्यूकर और इस्मा इलाहाबाद के कुम्हार माजरा बॉर्डर को सील किया गया था, जबकि नेशनल हाईवे 44 को भी शाहाबाद में मारकंडा नदी के पास सील कर दिया था। लेकिन आज रविवार को जैसे ही इंटरनेट सेवाएं बहाल हुई तो लोगों को उम्मीद है कि सील की गई सीमाओं के साथ-साथ नेशनल हाईवे पर भी कुछ राहत दी जाएगी।

वहीं आपको बता दें कि किसानों का दिल्ली कूच 29 फरवरी तक स्थगित होने के बाद दिल्ली प्रशासन ने दिल्ली के बॉर्डरों को आंशिक रूप से खोलना शुरू कर दिया हैं। दरअसल शनिवार को नेशनल हाईवे-44 स्थित कुंडली-सिंघु बॉर्डर से बुलडोजर की मदद से बैरिकेड्स हटा दिए गए है, इसके साथ ही टीकरी बॉर्डर का एक हिस्सा खोल दिया गया। पुलिस ने छह में से 5 लेयर की बैरिकेडिंग हटाई हैं। रात तक पुलिस कंक्रीट की दीवार हटाने में जुटी रही।

मांग हुई पूरी
इन रास्तों के खुलने से दिल्ली-हरियाणा आने-जाने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी। कुंडली क्षेत्र के उद्योगपति, दुकानदार, व्यापारी 13 फरवरी के बाद से ही इन मार्गों को खोलने की मांग कर रहे थे। दिल्ली पुलिस के अनुसार, वाहनों की आवाजाही के लिए मार्गों को खोला जा रहा है। 

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